Karnataka Election: BJP के घोषणा पत्र में गरीब-किसान से दलितों तक के लिए कई बड़े वादे, जानें इनके सियासी मायने

नई दिल्ली : कर्नाटक चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सोमवार को अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया। इसे ‘प्रजा ध्वनि’ नाम दिया गया है। इसमें पार्टी ने कर्नाटक की जनता के लिए कई बड़े वादे किए हैं। गरीबों से लेकर किसानों, महिलाओं और बच्चों तक का जिक्र किया गया है।

पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में 7-ए का जिक्र किया है। इसमें अन्न (Anna), अक्षर (Akshara), आरोग्य (Aarogya), अभिवृद्धि (Abhivruddhi), आद्या, (Aadaya) और अभय (Abhaya) शामिल है। गरीबों को सालभर में तीन मुफ्त गैस सिलेंडर से लेकर आधा लीटर नंदिनी दूध तक देने का वादा किया है। आइए जानते हैं भाजपा के 10 बड़े वादों के सियासी मायने…

  1. तीन मुफ्त गैस सिलेंडर :एलपीजी गैस सिलेंडरों के दाम में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। उज्जवला गैस योजना के तहत एक जनवरी 2023 तक देश के नौ करोड़ 58 लाख लोगों को एलपीजी गैस सिलेंडर दिया जा चुका है। विपक्ष का कहना है कि गैस सिलेंडर तो मुफ्त दे दिया जाता है, लेकिन एक बार सिलेंडर खत्म होने के बाद उसे भरवाने के लिए गरीबों को कर्ज लेना पड़ता है। एक गैस सिलेंडर को भरवाने में करीब 1100 रुपये खर्च होते हैं।

    इसी को देखते हुए भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में गरीबों को साल में तीन बार गरीबों को मुफ्त गैस सिलेंडर देने का वादा किया है। भाजपा के घोषणा पत्र में कहा गया है कि ये सिलेंडर उगाड़ी, गणेश चतुर्थी और दीपावली में दिया जाएगा।

  2. हर वार्ड में अटल आहार केंद्र :भाजपा ने कर्नाटक के हर वार्ड में अटल आहार केंद्र खोलने का वादा किया है। इसके जरिए गरीबों को सस्ता भोजन उपलब्ध कराने का वादा है। इस तरह के केंद्र कांग्रेस शासित राज्यों राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चल रहे हैं। ऐसे में इस वादे को कांग्रेस को टक्कर के लिहाज से देखा जा रहा है।
  3. आधा लीटर नंदिनी दूध:कर्नाटक के चुनाव में नंदिनी दूध को लेकर खूब सियासी घमासान हुआ। नंदिनी दूध कर्नाटक का लोकल ब्रांड है। पिछले दिनों जब अमूल दूध ने कर्नाटक में एंट्री का एलान किया  तो विपक्ष ने इसका विरोध शुरू कर दिया। कांग्रेस, जेडीएस ने आरोप लगाया कि कर्नाटक के लोकल ब्रांड नंदिनी पर इसका बुरा असर पड़ेगा। नंदिनी को राज्य की अस्मिता के साथ जोड़ दिया गया। इसपर अभी भी सियासत जारी है।

    भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में एलान किया है कि अगर चुनाव में उनकी पार्टी जीत हासिल करती है तो बीपीएल कार्ड धारकों को प्रतिदिन पोषण स्कीम के तहत आधा लीटर नंदिनी दूध दिया जाएगा।

  4. 10 लाख गरीबों को घर :पीएम आवास योजना के जरिए भाजपा सरकार ने बड़े पैमाने पर गरीबों को आवास उपलब्ध कराए हैं। इसका फायदा भाजपा को हर चुनाव में मिलता है। अब इसी के जरिए कर्नाटक में भी सियासी तौर पर जीत हासिल करने की कोशिश की जा रही है। यही कारण है कि पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में 10 लाख गरीबों को घर देने का वादा किया है।
  5. दलित महिलाओं के नाम 10 हजार की एफडी :दलित वोटर्स को अपने पाले में करने के लिए भाजपा ने बड़ा वादा किया है। भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में दलित महिलाओं के नाम 10 हजार रुपये की एफडी कराने का वादा किया है। ये एफडी पांच साल के लिए होगी। सूबे में आमतौर पर लिंगायत और वोक्कालिगी वोटर्स को लेकर राजनीतिक दलों के बीच लड़ाई होती है। भाजपा के इस वादे से उसे दलितों में भी पैठ बनाने की उम्मीद है।
  6. पांच किलो राशन का भी वादा :भाजपा ने श्री अन्न श्री धन्य योजना के तहत गरीब परिवारों को हर माह पांच किलो राशन किट देने का वादा किया है। कोरोनाकाल के बाद से सरकार ने गरीबों को मुफ्त राशन देने का काम शुरू किया था। अब कई राज्यों में इसे जारी रखा गया है, खासतौर पर गरीबों के लिए।
  7. समान नागरिक संहिता :ये भी भाजपा का बड़ा एजेंडा है। कई राज्यों में पार्टी इसका वादा कर चुकी है। इसके जरिए सभी धर्मों के लिए समान नागरिक संहिता लाने का वादा किया गया है। विश्लेषण मानते हैं कि इससे भाजपा वोटों का ध्रुविकरण होगा। भाजपा इससे फायदा मिलने की उम्मीद कर रही है।
  8. पांच लाख तक के लोन पर कोई ब्याज नहीं :भाजपा ने चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया है कि पांच लाख रुपये तक के लोन पर किसी तरह का ब्याज नहीं लगेगा। इसका फायदा बड़ी संख्या में लोगों को हो सकता है।
  9. किसानों को बीज के लिए 10 हजार रुपये दिए जाएंगे :भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में किसानों के लिए भी वादा किया है। घोषणा पत्र में कहा गया है कि अगर पार्टी दोबारा सरकार बनाने में कायमाब होती है तो किसानों को बीज के लिए हर साल 10 हजार रुपये दिए जाएंगे। पार्टी इसके जरिए किसानों के बीच अपनी पकड़ को मजबूत करना चाहती है।
  10. वरिष्ठ नागरिकों का मुफ्त हेल्थ चेकअप :कर्नाटक में बड़ी संख्या में रिटायर्ड लोग हैं, जिनकी उम्र 60 साल या इससे अधिक है। ऐसे लोगों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें ज्यादा होती हैं। भाजपा ने ऐसे लोगों के लिए हर साल मुफ्त हेल्थ चेकअप कराने का वादा किया है।

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