करण जौहर ने रणबीर कपूर की फिल्म एनिमल को बताया साल की सर्वश्रेष्ठ फिल्म, कहा मै इसे देख रोने लगा

मुंबई : फिल्म निर्माता और निर्देशक करण जौहर ने रणबीर कपूर की हाल ही में रिलीज हुई ‘एनिमल’ फिल्म की जमकर तारीफ की, जिसे संदीप रेड्डी वांगा ने निर्देशित किया था। एक्शन ड्रामा ने बॉक्स ऑफिस के कई रिकॉर्ड तोड़े हैं, लेकिन अपनी कहानी के लिए इसे आलोचना का भी सामना करना पड़ा है। हालांकि, करण ने एनिमल को वर्ष की सर्वश्रेष्ठ फिल्म कहा और यह भी खुलासा किया कि उन्होंने फिल्म दो बार देखी है।

करण जौहर ने संदीप रेड्डी, रानी मुखर्जी, तापसी पन्नू, पृथ्वी कोनानूर, जूड एंथनी जोसेफ और रीमा दास के साथ एक एक कार्यक्रम में भाग लिया था। इस दौरान उन्होंने संदीप रेड्डी वांगा से उनकी फिल्म की तारीफ की। कहा कि एनिमल साल की सर्वश्रेष्ठ फिल्म है, और इसकी सफलता ‘गेम-चेंजर’ है।

करण ने कहा कि जब मैंने बताया कि मुझे ‘एनिमल’ कितनी पसंद आई तो लोग मेरे पास आए और बोले कि आपने ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ बनाई है, जो इस फिल्म के बिलकुल विपरीत है, तब मैंने कहा कि मैं आपसे अधिक असहमत नहीं हो सकता, क्योंकि मेरे लिए ‘एनिमल’ साल की सर्वश्रेष्ठ फिल्म है। इस निर्णय पर पहुंचने में मुझे थोड़ा समय लगा और बहुत साहस लगा, क्योंकि जब हम लोगों के आसपास होते हैं तो इस तरह के निर्णय लेने से डरते हैं। जैसे कि ‘कबीर सिंह’ के समय हुआ। वह फिल्म भी मुझे पसंद थी। मुझे लग रहा था कि मैं ऐसा कुछ कहने जा रहा हूं, जिससे मुझे लोगों की गंदी नजरें मिलेंगी और ट्रोल किया जाएगा, लेकिन अब मुझे कोई परवाह नहीं है।

इसके बाद करण जौहर ने विस्तार से बताया कि उन्हें रणबीर कपूर की फिल्म ‘एनिमल’ इतनी पसंद क्यों है। उन्होंने कहा, ‘मुझे एनिमल उसकी फ्रंट, बिल्कुल दृढ़ विश्वास-आधारित कहानी कहने, व्याकरण को तोड़ने, मिथकों को तोड़ने, वह सब कुछ तोड़ने के लिए पसंद है, जो आप सोचते हैं कि मुख्यधारा के सिनेमा के अनुरूप है। अचानक आपके पास एक इंटरवल ब्लॉक आ जाता है, जहां नायक की पिटाई हो रही है और हर कोई गाना गा रहा है। आपने इस तरह का अनुक्रम कहां देखा है? यह प्रतिभा है।’

करण ने आगे कहा, ‘अंत में जहां दो आदमी एक-दूसरे के लिए जा रहे हैं और जो गाना बजा… मेरी आंखों में आंसू थे, लेकिन वहां केवल खून था। इस फिल्म के बारे में कुछ चीजें बहुत सही हैं। यह कोई औसत सोच वाला दिमाग नहीं है। यह किसी ऐसे व्यक्ति का दिमाग है, जो इतना विशिष्ट, इतना व्यक्तिवादी है कि मैं दंग रह गया। मैंने फिल्म दो बार देखी, पहली बार इसे एक दर्शक के रूप में देखी और दूसरी बार इसका अध्ययन करने के लिए देखी। मुझे लगता है कि ‘एनिमल’ की सफलता और गेम-चेंजिंग है। दृढ़ विश्वास एक ऐसी चीज है, जिसे मैं प्राप्त करना चाहता हूं।

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