नई दिल्ली : जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव की घड़ी नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे देश में सियासी हलचल तेज होती जा रही है। एक तरफ भाजपा और एनडीए है, वहीं दूसरी ओर विपक्षी दलों का इंडी गठबंधन। एनडीए जहां लगातार मजबूत होता जा रहा है, वहीं इंडी गठबंधन की कोई सुध लेते नहीं दिख रहा है।
कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर जब कांग्रेस नेता जयराम रमेश से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, मैं यहां (वाराणसी में) सिर्फ काशी विश्वनाथ की बात करने आया हूं, कमलनाथ की नहीं।
मध्य प्रदेश: कांग्रेस को आज झटका दे सकते हैं कमलनाथ
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के सबसे पुराने तथा कद्दावर नेताओं में शामिल कमलनाथ अपने बेटे नकुल नाथ के साथ दिल्ली में हैं। चर्चा है कि पिता-पुत्र की आज शाम भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ मुलाकात हो सकती है। दोनों भाजपा का दामन थाम सकते हैं।
सवाल यही है कि कमलनाथ और नकुल नाथ के भाजपा में शामिल होने की तारीख क्या होगी और मध्य प्रदेश में कांग्रेस के कितने विधायक टूटेंगे? इसी महीने होने वाले राज्यसभा चुनाव में भाजपा को इसका बड़ा फायदा मिल सकता है?
कमलनाथ के इस रुख पर कांग्रेस के आला नेतृत्व या गांधी परिवार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इसका मतलब यह भी निकाला जा रहा है कि पार्टी को अब कमलनाथ में कोई फायदा नजर नहीं आ रहा है।
हमारी शिवसेना के भी कुछ लोग चले गए हैं…इससे क्या फर्क पड़ता है। यह जो डरपोक लोग होते हैं, जो पार्टी के नाम पर पैसा और धन कमाते हैं, तो वो ईडी के डर से जाते हैं। ये बेईमान और बेवफा लोग होते हैं…अगर वे भाजपा में जाना चाहते हैं तो जाएं। लेकिन मुझे नहीं लगता कि कमलनाथ जी जाएंगे…पर लगता है कि वे बेटे तो चुनाव जीतने के लिए भाजपा में जा रहे हैं। डरपोक लोगों से पार्टी नहीं बनती, पार्टी तो कार्यकर्ता से बनती है। संजय राउत, शिवसेना(UBT) सांसद
उत्तर प्रदेश: भाजपा के संपर्क में हैं सपा के आधा दर्जन से अधिक विधायक
अपने नेताओं के टूटकर भाजपा में शामिल होने का खतरा सिर्फ कांग्रेस नहीं, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को भी सता रहा है। ताजा खबर यह है कि समाजवादी पार्टी के करीब आधा दर्जन से अधिक विधायक भाजपा के संपर्क में हैं। राज्यसभा चुनाव से पहले भाजपा, सपा में बड़ी सेंधमारी कर सकती है।
सपा के विधायक चुनाव में क्रास वोटिग कर भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान कर सकते हैं। सपा विधायक पल्लवी पटेल पहले ही पिछड़ा, अल्पसंख्यक के बजाय जया बच्चन व आलोक रंजन को प्रत्याशी बनाए जाने से नाराज हैं और वोट न देने की बात कह चुकी हैं।