रायपुर : लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ की 10 सीट तो भाजपा के हाथ लगी, लेकिन 1 सीट ज्योत्सना महंत की वजह से कांग्रेस ने जीत ली। इधर, हार के बाद सरोज पांडेय ने ज्योत्सना महंत को ‘लापता’ और ‘बाहरी’ बता दिया था। जिसपर जबाव देते हुए ज्योत्सना महंत ने कहा कि, वह समझदार हैं, पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं और बड़ी नेता भी हैं। उन्होंने जो मेरे लिए बोला वह किसी महिला के लिए उचित नहीं है।
मैं उन्हें बधाई देती हूं
कोरबा से जीत हासिल करने वाली ज्योत्सना महंत ने बताया कि, दूसरी महिला के लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करना ठीक नहीं है। मैं उनके उज्जवल भविष्य के लिए उन्हें शुभकामनाएं देती हूं। पहले मुझे प्रेम से भाभी कहती थीं, अब पता नहीं बोलेंगी या नहीं। उन्होंने मेरे बारे में ऐसी बातें कही जो मतदाताओं को बुरी लगी है। उन्होंने मुझ पर आरोप लगाए हैं कि, मैं निष्क्रिय हूं और लापता हूं। इसका जवाब कार्यकर्ताओं और मतदाताओं ने उनको दे दिया है।
इन महिलाओं को भाजपा और कांग्रेस ने मैदान में उतारा था
BJP ने कोरबा से सरोज पांडेय, महासमुंद से रूपकुमारी चौधरी, जांजगीर-चांपा से कमलेश जांगड़े को उम्मीदवार बनाया था। वहीं कांग्रेस ने कोरबा से ज्योत्सना महंत, रायगढ़ से मेनका सिंह, सरगुजा से शशि सिंह को मौका दिया था। 11 लोकसभा सीटों में 6 महिला प्रत्याशियों में दो BJP और एक कांग्रेस की प्रत्याशी ने जीत हासिल की है। कांग्रेस से ज्योत्सना महंत और BJP से रूपकुमारी चौधरी और कमलेश जांगड़े ने परचम लहराया है।