Site icon khabriram

गाजा पट्टी में इजरायली सेना के हवाई हमले, एक ही दिन में 90 से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत

gaaja hamla

गाजा: इजरायल के हवाई हमलों में गाजा पट्टी में 90 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं। इजरायल के दो अलग-अलग हमलों में ये मौतें हुई हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा स्थित स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि सेंटर गाजा में एक आवासीय क्षेत्र पर इजरायल ने बम बरसाए, जिसमें इमारत जमींदोज हो गई और 58 लोगों की मौत हो गई। वहीं कई लोग घायल भी हुए हैं। मिस्र की सीमा के पास राफा में भी एक इमारत इजरायली हमले के कारण नष्ट हो गई। इसके मलबे से बचावकर्मियों ने 15 शवों को बाहर निकाला है।

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि एक अलग इजरायली हमले में दक्षिणी गाजा पट्टी के एक शहर खान यूनिस में 14 लोग मारे गए। नागरिक सुरक्षा की एक टीम ने गाजा के जबालिया शहर में एक घर के मलबे से पांच शवों और दर्जनों घायलों को निकाला है। बुधवार को संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि मध्य और दक्षिणी गाजा पट्टी पर इजरायल के बढ़ते हमलों में दर्जनों लोग मारे गए और घायल हो गए और हजारों नागरिक विस्थापित हो गए, जो उत्तरी गाजा शहर से भागकर पट्टी के केंद्र और दक्षिण में चले गए। फिलिस्तीनी अफसरों के मुताबिक, इजरायल ने गाजा पट्टी के दीर अल-बलाह और खान यूनिस के मध्य और दक्षिणी गवर्नरेट को निशाना बनाते हुए अपनी बमबारी तेज कर दी है।

गाजा में 23 हजार से ज्यादा मौतें

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि 7 अक्टूबर को इजरायल की ओर से शुरू किए गए युद्ध में अब तक 23,000 से ज्यादा फलस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है। वहीं 50 हजार से ज्यादा घायल हुए हैं। इनमें आधे से ज्यादा संख्या बच्चों और महिलाओं की है। गाजा पट्टी में बहुत बड़ी तादाद में विस्थापन भी हो रहा है। गाजा की लगभग 23 लाख की आबादी में से 80 फीसदी से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी है।

बता दें कि ये लड़ाई इजरायल में सात अक्टूबर के हमास के हमले के बाद शुरू हुई है। इस हमले में करीब 1200 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद से इजरायल लगातार गाजा पट्टी में बमों की बारिश कर रहा है। इजरायल का कहना है कि वह हमास को निशाना बनाकर हमले कर रहा है और उसे पूरी तरह से खत्म करके ही लड़ाई को रोकेगा। दूसरी ओर हमास का कहना है कि इजरायल की ओर से गाजा में लगातार रिहायशी इमारतों, स्कूलों और अस्पतालों को निशाना बनाया जा रहा है।

Exit mobile version