शहर की मेट्रो रेल परियोजना के एक स्टेशन की ऊंचाई कम होने के कारण बड़े वाहनों के टकराने की संभावना और एक स्थान पर अनाइनमेंट एक होने की शिकायत को नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने गंभीरता से लिया है। मुख्य सचिव अनुराग जैन के अधिकारियों के साथ पहली बैठक में ही इस विषय को उठाने और दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश पर मेट्रो कार्पोरेशन के प्रबंध संचालक ने विभाग को प्रारंभिक रिपोर्ट सौंप दी है, जिसका परीक्षण कर आगामी निर्णय लिया जाएगा।
मेट्रो परियोजना में गड़बड़ियां
इस वर्ष अप्रैल में आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव अनुराग जैन (वर्तमान में प्रदेश के मुख्य सचिव) ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भोपाल मेट्रो कारिडोर का निरीक्षण किया था। उस समय एमपी नगर मेट्रो स्टेशन की ऊंचाई कम होने, डंपर जैसे बड़े वाहनों के फंस जाने, ओवर ब्रिज और मेट्रो रेल का अलाइनमेंट एक होने की बात सामने आई थी।
मुख्य सचिव बनने के बाद एक्शन
मुख्य सचिव बनने के बाद तीन अक्टूबर को जब उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पहली बैठक की, तब नगरीय विकास एवं आवास विभाग के अधिकारियों से कहा कि इसका विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन (डीपीआर) किसने बनाया और सर्वे किसने किया था। इतनी महत्वाकांक्षी परियोजना का डीपीआर बनाते समय हर चीज बारीकी से देखी जानी चाहिए थी। इसमें तो जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।
इस पर नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने मेट्रो कार्पोरेशन से रिपोर्ट मांगी थी। विभाग के अपर मुख्य सचिव नीरज मंडलोई ने बताया कि प्रारंभिक रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। परीक्षण करके आगामी कार्रवाई की जाएगी।