ईरान ने पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर किए हमले, मुंह ताकती रह गई मुनीर की सेना

तेहरान: ईरान ने मंगलवार को पाकिस्तान में आतंकवादी समूह जैश अल-अदल के ठिकानों को निशाना बनाते हुए हमले किए। इस हमले की जानकारी ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी आईआरएनए (IRNA) ने दी। बाद में उन रिपोर्टों को बिना किसी स्पष्टीकरण के अचानक हटा दिया गया। आईआरएनए समाचार एजेंसी और राज्य टेलीविजन ने कहा था कि हमले में मिसाइलों और ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था, जिसे पाकिस्तान ने तुरंत स्वीकार नहीं किया। ये हमले पाकिस्तानी आतंकवादी समूह जैश अल-अदल के खिलाफ किए गए हैं।

ईरान ने किस आतंकवादी समूह को बनाया निशाना

जैश अल-अदल एक सुन्नी आतंकवादी समूह है जो परमाणु-सशस्त्र पाकिस्तान से संचालित होता है। इस समूह ने पिछले कुछ महीनों में कई बार ईरानी सीमा में आतंकवादी हमले किए हैं। ईरान ने इन हमलों को लेकर पाकिस्तान से सख्त एतराज भी जताया है। हमलों की रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब क्षेत्र में पहले से ही चनाव चरम पर है। गाजा में इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के व्यापक रूप से फैलने की आशंका है।

इराक पर भी किया था हमला

इससे पहले सोमवार देर रात ईरान ने इराक के अर्ध-स्वायत्त कुर्द क्षेत्र के इरबिल शहर पर मिसाइल से हमला किया। ईरान का दावा है कि यह हमला इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के ठिकानों को निशाना बनाकर किया गया। हालांकि, इराक ने इन दावों को खंडन किया है और हमलों को लेकर सख्त एतराज जताया है। ईरान ने जहां हमला किया, वह जगह अमेरिकी वाणिज्य दूतावास परिसर के पास थी। ईरान ने इराक में इस्लामिक स्टेट से जुड़े ठिकानों पर भी हमले का दावा किया है।

ईरानी गृह मंत्री ने एक महीने पहले दी थी चेतावनी

पिछले महीने ही पाकिस्तान के आतंकवादी समूहों ने ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान के एक पुलिस स्टेशन पर हमला किया था। इस हमले में 12 पुलिसकर्मी मारे गए थे। इसके बाद ईरान ने पाकिस्तान को अपनी सीमा में मौजूद आतंकवादियों को नियंत्रित करने की धमकी दी थी। ईरान के गृह मंत्री अहमद वाहिदी ने कहा था कि पाकिस्तान साझा सीमा की रक्षा करे और आतंकवादी समूहों को अपने क्षेत्र में ठिकाना बनाने से रोके। उन्होंने कहा, लगातार ऐसे मामले देखने को मिले हैं, जब हमारी जमीन पर हमला करने वाले पाकिस्तान के रास्ते पहुंचे। हम उम्मीद करते हैं कि हमारे पड़ोसियों का अपनी सीमाओं पर नियंत्रण रखना चाहिए और सतर्कता बरतनी चाहिए। सिर्फ बॉर्डर ही नहीं पाकिस्तानी सरकार को पूरे देश में देखना चाहिए कि आतंकवादी समूह वहां ठिकाने स्थापित ना करें, ताकि भविष्य में इस तरह के हमलों को रोका जा सके।

ईरानी राजनयिक ने भी पाकिस्तान को लगाई थी डांट

ईरानी गृहमंत्री के अलावा विदेश नीति समिति के सदस्य फिदा हुसैन मालिकी ने भी पाकिस्तान को धमकी दी थी। उन्होंने कहा था कि सिस्तान-बलूचिस्तान हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है। उन्होंने यहां तक कहा था कि इस घटना के लिए हम पाकिस्तान को एक अपराधी की तरह देखते हैं क्योंकि पाकिस्तान की धरती पर ही इस तरह के सगंठन पनाह पा रहे हैं। पाकिस्तान को इस पर तुरंत रोक लगानी चाहिए।

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