रायपुर: राजधानी रायपुर के रहने वाले एक व्यक्ति से लाखों की ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है। शिकायत मिलने पर जांच में जुटी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। रायपुर निवासी महफूज अंसारी ने थाना तेलीबांधा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह हसन कालोनी थाना टिकरापारा जिला रायपुर में रहता है तथा भिलाई स्टील प्लांट में लाईजनिंग का काम करता है। उसे 16 फरवरी फरवरी को उसके मोबाईल नंबर 9827175509 में अज्ञात मोबाईल नंबर 9990296414 के धारक द्वारा फोन कर आया। उसने अपना नाम सुजाता जैन बताते हुए स्वयं को सिटी फाईनेंस बैंक मुंबई का कस्टमर मैनेजर होना बताया।
लोन दिलाने के नाम पर की ठगी
सुजाता जैन ने महफूज अंसारी को लोन उपलब्ध कराने का झांसा देते हुए महफूज अंसारी को विश्वास में लेकर लोन संबंधी दस्तावेज तैयार कराने हेतु प्रोसेसिंग फीस के रूप में 4,000/- रूपये की मांग के साथ-साथ आधार कार्ड, पेन कार्ड एवं अन्य दस्तावेजों को व्हाट्सएप में भेजने हेतु कहा गया, जिस पर महफूज अंसारी ने 19 फरवरी 2022 को सुजाता जैन के बताए अनुसार यूनियन बैंक के खाता में 4,000/- रूपये जमा कराये।
इसी प्रकार महफूज अंसारी लोन प्राप्त करने की उम्मीद में उक्त बैंक के कर्मचारियों द्वारा फोन कर रकम की मांग करने पर अलग-अलग किश्तों में दिनांक 23 फरवरी 2022 से 13 अक्टूबर 2022 तकमहफूज अंसारी ने रकम जमा कराये। किन्तु लोन प्राप्त नही होने पर एवं आशंका होने पर महफूज अंसारी ने जमा किये रकम को वापस करने मांग की।
रकम लौटने के नाम पर खाते में डलवाए पैसे
इस पर जमा किए गए रकम को वापस लौटाने के नाम पर उक्त बैंक के कर्मचारियो ने महफूज अंसारी से जमा की हुई रकम को वापस करने हेतु पुनः रकम की मांग की। जिस पर महफूज अंसारी उसे विश्वास में लेकर दिनांक 19 फरवरी 2022 से 24 फरवरी 2023 तक महफूज अंसारी से कुल 25,84,681/- रूपये अलग-अलग बैंक खातों में प्राप्त कर महफूज अंसारी के साथ ठगी किया गया है। जिस पर अज्ञात मोबाईल नम्बर के धारकों के विरूद्ध थाना तेलीबांधा में अपराध क्रमांक 167/2023 धारा 420, 34 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
लाखो की ठगी पर हरकत में आई पुलिस
लाखों रूपये ठगी की घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय प्रशांत अग्रवाल द्वारा गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर/अपराध अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाईन वीरेन्द्र चतुर्वेदी, उप पुलिस अधीक्षक क्राईम दिनेश सिन्हा, थाना प्रभारी तेलीबांधा तथा प्रभारी एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट को अज्ञात आरोपियों की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया।
जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना तेलीबांधा पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा घटना के संबंध में महफूज अंसारी से विस्तृत पूछताछ करते हुए अज्ञात आरोपियों की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा जिन मोबाईल नंबरों से महफूज अंसारी के मोबाईल फोन पर कॉल आया था, उन मोबाईल नंबरों का तकनीकी विश्लेषण करने के साथ ही महफूज अंसारी द्वारा जिन बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर किये गये थे उन बैंक खातों की भी जानकारी एकत्र कर आरोपियों को लोकेट करने के प्रयास किये जा रहे थे।
ठगी के आरोपियों को दिल्ली से किया गिरफ्तार
इसी दौरान दिल्ली के पटेल नगर में कैम्प कर रही टीम को आरोपियों के पटेल नगर स्थित मकान में होने की जानकारी प्राप्त हुई। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा उक्त स्थान पर पहुंच कर मकान में रेड कार्यवाही की गई, रेड कार्यवाही के दौरान मकान में 5 पुरूष एवं 3 महिला सहित कुल 8 व्यक्ति उपस्थित पाये गये तथा मकान में आरोपियों द्वारा कॉल सेंटर संचालित करना पाया गया।
पूछताछ में व्यक्तियों ने अपना नाम यश वर्मा, अभिषेक कुमार झा, बृजेश कुमार, सन्नी कुमार, दिव्य गुप्ता, रंजीता यादव, रूची वर्मा एवं निशा कुमारी निवासी दिल्ली का होना बताया। प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर घटना के संबध्ंा में कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपियों द्वारा विगत 04 वर्षो से फर्जी कॉल सेंटर का संचालन कर देश भर में लोगों को लोन उपलब्ध कराने का झांसा देकर पीड़ितों को अपने भरोसे में लेकर करोड़ों रूपये की ठगी करना बताया गया है।