IPL सट्टेबाजी का अंतरराज्यीय रैकेट धराशायी, पुलिस ने पकड़े 10 आरोपी, करोड़ों की सट्टा राशि का खुलासा

पुलिस ने आरोपियों से 8 लैपटॉप, 52 एंड्रॉइड मोबाइल, 42 एटीएम कार्ड, 64 बैंक अकाउंट, 22 चेकबुक, इंटरनेट राउटर, इथर बॉक्स, एक्सटेंशन केबल और ₹38,000 नकद जब्त किया है। यह गिरोह देशभर में फैले लॉगिन आईडी के जरिए ऑनलाइन सट्टा चला रहा था।
सुराग कैसे मिला?
3 अप्रैल को भाटापारा के संत रविदास वार्ड में पुलिस ने दो सट्टेबाजों को मोबाइल के जरिए सट्टा खिलाते रंगे हाथ पकड़ा। इसके बाद सुहेला तिगड्डा में भी सट्टा गतिविधियों की जानकारी मिली। दोनों मामलों की जांच में तकनीकी विश्लेषण से पता चला कि सट्टा संचालन की जड़ें दिल्ली में हैं।
दिल्ली में दबिश, बड़े स्तर पर नेटवर्क बेनकाब
पुलिस टीम ने नई दिल्ली में किराए के दो फ्लैट में चल रहे दो पैनल/बुक ऑपरेशनों पर छापा मारा और 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से डिजिटल उपकरणों के साथ भारी मात्रा में बैंक डिटेल्स भी बरामद हुईं। खातों की जांच में करोड़ों के ऑनलाइन ट्रांजेक्शन की पुष्टि हुई है।
गिरफ्तार आरोपी और उनके ठिकाने:
- कपिल होतवानी (रायपुर)
- पवन कुमार मुंजार (रायपुर)
- अंकित चौबे (जांजगीर-चांपा)
- आशीष धरमपाल (बिलासपुर)
- आर्यन गुण्डाने (भाटापारा)
- अभय साहू (डोंगरगांव, राजनांदगांव)
- सत्यम सिंह (उत्तर प्रदेश)
- शिवम मिश्रा (रीवा, मध्यप्रदेश)
- हरिओम वलेचा (भाटापारा)
- महेश कल्याणी (भाटापारा)
मामले में दर्ज धाराएं:
आरोपियों पर छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022, आईटी एक्ट 66, और भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।