भारत-अमेरिका के संबंध उतने मजबूत नहीं, जितने होने चाहिए…जानें ऐसा क्यों बोले अमेरिकी सांसद

वाशिंगटन : भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद श्री थानेदार ने शनिवार को भारत-अमेरिका के बीच मजूबत संबंधों की वकालत की। उन्होंने कहा, भारत और अमेरिका के बीच संबंध उतने मजबूत नहीं हैं, जितने की जरूरत है। हम दो सबसे बड़े लोकतंत्र हैं। भारत के पास एक बड़ी आर्थिक शक्ति है। भारत के पास अब G-20 का नेतृत्व है।

67 वर्षीय थानेदार मिशिगन के 13वें कांग्रेसनल जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसमें मुख्य रूप से डेट्रायट और उसके उपनगर शामिल हैं। उन्होंने इस महीने की शुरुआत में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के सदस्य के रूप में शपथ ली थी।

आर्थिक शक्ति के लिए भारत को मिली मान्यता 

अमेरिकी सांसद ने कहा, भारत को उसकी आर्थिक शक्ति के लिए मान्यता दी गई है। भारत के साथ मजबूत संबंध से संयुक्त राज्य अमेरिका को लाभ होगा। उन्होंने कहा, मुझे लगता है संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच मजबूत पारस्परिक संबंध से दोनों को लाभ होगा। उन्होंने कहा, मैं भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच मजबूत संबंध बनाने के लिए काम करना चाहता हूं।

अमेरिका के विकास में भारतीयों का योगदान

अमेरिकी सांसद ने कहा, अमेरिका के विकास में भारतीय-अमेरिकियों ने बहुत योगदान दिया है। हमारे पास अच्छे डॉक्टर हैं। व्यवसायी व शिक्षाविद हैं। ऐसे में हमारा भी एक दायित्व है कि हम भारतीयों के योगदान को वापस दें।

गरीबी में बिताया जीवन

भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद ने बताया, वह लोगों के संघर्ष के समझते हैं क्योंकि उन्होंने बेहद गरीबी में बचपन गुजारा है। उन्होंने कहा, घर में पानी और बिजली नहीं होती थी। छह भाई-बहनों और माता-पिता का पूरा परिवार एक घर में एक साथ रहता था। उन्होंने कहा, कई बार हमें नहीं पता होता था कि हमारा अगला भोजन कहां से आने वाला है। उन्होंने कहा, इसलिए, गरीबी में पले-बढ़े होने के कारण, मैंने जो संघर्ष किए हैं, मैं कामकाजी परिवारों के संघर्षों को समझता हूं। बता दें, श्री थानेदार का सदन में पहला महीना काफी ऐतिहासिक रहा है क्योंकि उन्होंने अध्यक्ष चुनने के लिए 15 बार मतदान किया था। इस हफ्ते, उन्हें दो प्रभावशाली हाउस कमेटियों- स्मॉल बिजनेस और होमलैंड सिक्योरिटी का सदस्य बनाया गया।

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