भारत-पाक तनाव के बीच केंद्र ने दिए इमरजेंसी पावर लागू करने के निर्देश, रायपुर समेत राज्यों में सतर्कता बढ़ी

Emergency Powers Order / रायपुर। भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार बढ़ते तनाव के बीच केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नागरिक सुरक्षा नियम, 1968 (Civil Defence Rules) के तहत इमरजेंसी पावर लागू करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि राज्य सरकार केंद्र के हर निर्देश का पालन कर रही है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
दुर्ग में मॉकड्रिल, सीएम बोले- हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार
मुख्यमंत्री साय ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देशानुसार दुर्ग जिले में मॉकड्रिल आयोजित किया गया है। यदि आगे और कोई निर्देश मिलते हैं, तो राज्य सरकार उस पर भी तत्परता से अमल करेगी।
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत किए आतंकी ठिकानों पर हमले
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और POK स्थित आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और जम्मू, पंजाब, गुजरात और राजस्थान में ड्रोन और मिसाइल हमलों के जरिए रिहायशी व सैन्य इलाकों को निशाना बना रहा है। बीती रात की बमबारी में जम्मू के एक प्रशासनिक अधिकारी समेत तीन नागरिकों की मौत हो गई।
क्या है इमरजेंसी पावर और इसका इस्तेमाल कैसे होता है?
नागरिक सुरक्षा नियम, 1968 की धारा 11 और 16A के तहत:
- राज्यों को युद्ध जैसी स्थिति में लोगों और संपत्तियों की रक्षा तथा महत्वपूर्ण सेवाएं बनाए रखने के विशेष अधिकार मिलते हैं।
- ब्लैकआउट, कैमोफ्लाज, लोगों की सुरक्षित निकासी, आवास और भोजन की व्यवस्था, जल आपूर्ति बनाए रखना, और सैनिकों के लिए व्यवस्था जैसे कार्य इसके तहत आते हैं।
- हमले या आपदा से पहले, दौरान या बाद में इन प्रावधानों का प्रयोग किया जा सकता है।
- केंद्र के आदेश राज्य के विरोधाभासी आदेशों पर प्रभावी होते हैं।
- कार्रवाई के दौरान नगर निगम व्यय का वहन करता है।
ओडिशा और राजस्थान भी हाई अलर्ट पर
ओडिशा सरकार ने भी ऑपरेशन सिंदूर के मद्देनजर राज्य को हाई अलर्ट पर रखा है। तलासरी तट और समुद्री द्वीपों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। वहीं, राजस्थान के झुंझुनूं जिले का एक जवान पाकिस्तानी हमले में शहीद हो गया, जिसे हाल ही में उधमपुर में तैनात किया गया था।