बीजापुर. छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सोमवार को नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट कर जवानों से भरी गाड़ी को उड़ाया था. इस घटना में डीआरजी के 8 जवान और एक ड्राइवर शहीद हुए थे. बताया जा रहा कि तीन साल पहले सड़क निर्माण के दौरान नक्सलियों ने कुटुरू मार्ग पर आईईडी लगा रखी थी, ब्लास्ट करने के लिए वायर रविवार की रात को जोड़ा था. बता दें कि छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद 24 साल में नक्सलियों ने 1200 बम धमाके कर किए हैं. विस्फोट और मुठभेड़ में 1300 से अधिक जवान शहीद हो चुके हैं.
रविवार रात को जोड़ा था वायर
बस्तर में नक्सलियों ने अब तक इसी पैटर्न पर फोर्स की गाड़ियों को बम से उड़ाया है. एक दिन पहले ही वे वायरिंग करते हैं, ताकि किसी को भी समझने का मौका न मिले. बताया जा रहा कि कुटुरू मार्ग पर नक्सलियों ने आईईडी 3 साल पहले लगाई, लेकिन इसे ब्लास्ट करने के लिए वायर रविवार की रात को जोड़ा था.
अबूझमाड़ में 72 घंटे तक ऑपरेशन चलाकर लौट रहे थे जवान
जानकारी के मुताबिक, सोमवार को घटना स्थल अबेली के जंगलों में सुबह से नक्सली घात लगाए हुए थे. अबूझमाड़ में 72 घंटे तक चलाए गए ऑपरेशन में नक्सलियों को ढेर कर डीआरजी के जवान बीजापुर के बेदरे इलाके से इंद्रावती नदी पार कर स्कॉर्पियो से दंतेवाड़ा लौट रहे थे. अम्बेली गांव की ओर से जवानों के लौटने की जानकारी नक्सलियों को मिल गई थी. जवानों के काफिले में 9 गाड़ियां थीं. 8वें नंबर की गाड़ी को निशाना बनाया गया. नक्सलियों ने 200 मीटर दूर पेड़ के पीछे से विस्फोट कर जवानों से भरी गाड़ी को उड़ाया. ब्लास्ट इतना भयानक था कि सड़क में 10 फीट गहरा गड्ढा हो गया, वहीं मौके पर ही 8 जवान शहीद हो गए. वहीं गाड़ी के ड्राइवर की भी मौत हो गई थी. शहीद जवानों के शव कई टुकड़ों में विभक्त हो गए थे, जबकि जवानों से भरी स्कार्पियों के परखच्चे उड़ गए और वाहन के पार्ट्स करीब 40 फीट ऊपर उछलकर पेड़ पर जा लटके.