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मैं न तो बुलेट से डरता हूं और न ही भूपेश से : अमित जोगी

रायपुर: जोगी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी को सुकमा के एसपी सुनील शर्मा ने पत्र लिखा है।एसपी ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए अमित जोगी को नक्सल प्रभावित इलाका चिंतलनार जाने से मना किया है। लेटर से खफा अमित जोगी ने ट्वीट कर कांग्रेस सरकार को घेरा है। उन्होंने लिखा है कि, ऐसा मत कीजिए, ‘मैं न तो बुलेट से डरता हूं और न ही भूपेश से’। हमारी पार्टी को मिल रहे जन समर्थन से सरकार घबरा गई है।

सुकमा एसपी ने पत्र में लिखा है कि, गर्मियों में नक्सलियों का टीसीओसी चलता है। इस दौरान वे किसी न किसी तरह की वारदातों को अंजाम देने की कोशिश करते रहते हैं। चिंतलनार गांव नक्सल प्रभावित इलाका है। इलाके में नक्सल मूवमेंट की सूचना लगातार मिल रही है। इसलिए वीआईपी  मूवमेंट से पहले रोड ओपनिंग पार्टी को निकालना होता है। लेकिन कम समय में यह संभव नहीं है। एसपी  ने कहा कि 3 मार्च की यात्रा को स्थगित कर कोई नई तिथि दी जाए।

एसपी के लेटर के बाद अमित जोगी ने सरकार को घेरा है। अमित जोगी ने कहा कि, मेरे बस्तर प्रवास के दौरान हमारी पार्टी को अपार समर्थन मिला है। जिसकी इंटेलीजेंट्स रिपोर्ट पाकर सरकार घबरा गई है। इसलिए मुझे चिंतलनार जाने से रोका जा रहा है। अमित ने कहा कि सरकार मेरी चिंता न करें। मैं चुप नहीं बैठूंगा। मैं न बुलेट से डरता हूं और न भूपेश से। क्योंकि छत्तीसगढ़ महतारी और मेरे पिता अजित जोगी जी का अशीर्वाद मेरे साथ है। अमित ने कहा कि, मेरी चिता देखने की मंशा रखने वाले अगर मेरी चिंता करने की बात करें तो न वो अच्छा लगता है और न सच्चा।

बस्तर में अमित जोगी कर रहे है विरोध प्रदर्शन

अमित जोगी पिछले 3-4 दिनों से बस्तर में ही डेरा जमाए हुए हैं। अलग-अलग तारीखों में उन्होंने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ विभिन्न मुद्दों को लेकर पहले जगदलपुर और फिर बीजापुर के कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव किया है। राज्यपाल के नाम अफसरों को ज्ञापन भी सौंपा है। वहीं आज 3 मार्च को वे सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित चिंतलनार जाने वाले थे। लेकिन इस बीच सुकमा के एसपी की मनाही के बाद उन्हें जाने नहीं दिया गया।

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