नई दिल्ली। मई की शुरुआत में ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई वेब सीरीज ‘हीरामंडी द डायमंड बाजार’ का बज कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इस सीरीज का निर्देशन संजय लीला भंसाली ने किया है। वहीं, यह डायरेक्टर का ओटीटी डेब्यू भी है। आम लोगों से लेकर कई मशहूर हस्तियों ने इस सीरीज की तारीफ की।
सीरीज में मनीषा कोइराला, ऋचा चड्ढा, शर्मिन सहगल, संजीदा शेख और सोनाक्षी सिन्हा समेत कई सितारों ने अपने अभिनय का लोहा मनवाया। इनमें से बहुत से स्टार्स ने शूटिंग के अनुभव और किस्सों को भी शेयर किया। कुछ कास्ट ने बताया कि सेट पर भंसाली कई बार काफी गुस्से में भी रहते थे। सिर्फ इतना ही नहीं, वो अपना आपा भी खो बैठते थे। अब खुद डायरेक्टर ने इसे लेकर बात की है और बताया है कि उन्हें गुस्सा जाहिर करने में कोई दिक्कत नहीं दिखती।
काम के दौरान हो जाते हैं जुनूनी
हाल ही में संजय लीला भंसाली ने इंडिया टुडे के साथ अपने गुस्से और आपा खोने वाले मुद्दे के बारे में बात की। ‘हीरामंडी’ के डायरेक्टर ने कहा कि जब भी वह मुंबई की फिल्म सिटी में काम करते हैं, तो अपने काम को लेकर जुनूनी हो जाते हैं और अपने सहयोगियों से भी यही उम्मीद करते हैं। भंसाली ने कहा कि
मैं हर दिन शूटिंग से एक घंटा या दो घंटे पहले सेट पर पहुंच जाता हूं। 30 साल हो गए, लेकिन मैं कभी सेट पर देरी से नहीं पहुंचता। मैं कमिटमेंट लेता हूं। ऐसे में एक एक्टर और मेरे टेक्नीशियन को भी उसी पेज पर होना चाहिए। मैं आपको सब कुछ दे रहा हूं, तुम्हें मुझे सब कुछ देना होगा। आपको बारीकियों को समझना होगा। मैं लंबे टेक, लंबे शॉट लेता हूं। यह उनके लिए मुश्किल है। मैं आप को चुनौती दे रहा हूं, आप पर इक्का फेंक रहा हूं। ऐसे में तुम्हें तीन इक्के वापस मुझ पर फेंकने होंगे और अगर आप ऐसा नहीं कर सकते, तो आपको थोड़ी देर वैन में इंतजार करना होगा और वापस आना होगा।
लोगों ने बनाई कहानियां
इसके बाद भंसाली ने आगे बात करते हुए अपने गुस्से को सही ठहराया। उन्होंने यह भी बताया कि बहुत से लोगों ने कहानियां बना दी हैं कि मैं गुस्से में हूं, मैं बुरा व्यवहार करता हूं। डायरेक्टर ने कहा कि फिल्म हो या सीरीज हमेशा खुद या उनके कलाकारों से बड़ा होता है।
मुझे वह नहीं मिल रहा जो मैं चाहता हूं, तो मैं अपना आपा खो देता हूं, लेकिन इसमें क्या गलत है। अगर आपको कोई शॉट नहीं मिल रहा या कोई इसे खराब कर रहा है, तो आप क्या करेंगे। लोगों ने बस कहानियां बना दी हैं कि मैं गुस्से में हूं, मैं बुरा व्यवहार करता हूं।