नईदिल्ली। अडानी ग्रुप पर घातक रिपोर्ट जारी करने वाली अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने अरबों डॉलर के निवेशकों के पैसे का सफाया कर दिया. अब फिर से एक और नई रिपोर्ट लेकर आ रही है. बिना कोई विवरण साझा किए शॉर्ट-सेलर ने कहा कि नई रिपोर्ट “एक और बड़ी रिपोर्ट” है. जिसे जल्द जारी किया जा सकता है. इससे अब सवाल खड़े होने लगे हैं कि हिंडनबर्ग अडानी के बाद अब किसको लेकर बड़ा खुलासा करेगा?
सितंबर 2022 में हिंडनबर्ग रिपोर्ट जारी होने के बाद स्टॉक मार्केट क्रैश होने के कारण गौतम अडानी संपत्ति 150 अरब डॉलर से गिरकर 53 अरब डॉलर तक कम हो गई थी, और उन्हें फोर्ब्स की दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में टॉप 35 से बाहर कर दिया गया था. इससे अडानी ग्रुप को करीब 120 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ था. बढ़ते कर्ज के बारे में चिंताओं को बढ़ाने के अलावा 24 जनवरी को हिंडनबर्ग रिसर्च स्टडी ने ऑफशोर टैक्स हेवन और स्टॉक हेरफेर के गैरकानूनी उपयोग का सुझाव दिया था.
गुजरात के टाइकून और उनके ग्रुप पर निशाना साधने के बाद अब हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने ‘एक और बड़ा’ खुलासा करने का संकेत दिया है. 23 मार्च को हिंडनबर्ग रिसर्च ने ट्वीट किया: “नई रिपोर्ट जल्द ही-एक और बड़ी रिपोर्ट।” इस ट्वीट ने पूरी दुनिया में लोगों के उत्सुकता जगा दी है, कई लोग सोच रहे हैं कि क्या यह अमेरिकी बैंक के बारे में होगा.
हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने भारतीय बाजार में एक बार फिर से हंगामा खड़ा कर दिया, जबकि विपक्ष ने अपना सारा ध्यान अडानी ग्रुप और नरेंद्र मोदी सरकार के बीच एक कथित संबंध पर केंद्रित कर दिया. राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने फरवरी में दावा किया था कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने विधायिका में हिंडनबर्ग-अडानी विवाद के बारे में सवालों के जवाब देने से इनकार कर दिया था.