नई दिल्ली: इजरायल और हमास के युद्ध को लेकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बयान पर आलोचनाओं का दौर जारी है। इस बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पवार शायद सुप्रिया सुले को हमास की तरफ से लड़ने के लिए भेजेंगे। सरमा के बयान को लेकर अब एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने उन्हें कांग्रेसी डीएनए का बता डाला है।
#WATCH | Delhi: On NCP chief Sharad Pawar's reported statement regarding India's stance on the Israel-Palestine conflict, Assam CM Himanta Biswa Sarma says, "I think Sharad Pawar will send Supriya (Sule) to Gaza to fight for the Hamas." pic.twitter.com/JrTWwIOM9T
— ANI (@ANI) October 18, 2023
बयान पर कोई आश्चर्य नहीं
मीडिया से बात करते हुए सुप्रिया सुले ने कहा कि वो सरमा के बयान को लेकर आश्चर्यचकित हैं, क्योंकि हिमंत बिस्वा सरमा और उनका डीएनए एक जैसा है। उन्होंने कहा कि सरमा मूल रूप से कांग्रेसी हैं। इस बीच बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी महिलाओं का हमेशा से अपमान करती आई है। इसमें आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि सरमा बीजेपी में जाने के बाद बदल गए हैं।
#WATCH | NCP (Sharad Pawar faction) MP Supriya Sule says, "I am surprised because Himanta Biswa Sarma has the same DNA as me, he is originally from Congress. He & I share the same Congress DNA…You know how the BJP is disrespectful towards women. But I had hopes from Himanta… pic.twitter.com/43QzKkU6Qu
— ANI (@ANI) October 19, 2023
हिमंता में कांग्रेस का DNA
सुप्रिया सुले ने तीखा तंज कसते हुए कहा कि वो हमेशा से हिमंता बिस्वा सरमा पर गर्व करती थीं। उनका मानना था कि कांग्रेस डीएनए का कोई आदमी किसी प्रदेश का मुख्यमंत्री है, यह उनके लिए गर्व की बात थी। इस बीच उन्होंने भाजपा से शरद पवार के बयान को एक बार फिर गौर से सुनने की नसीहत भी दी है।
दरअसल, शरद पवार ने मुंबई में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्रियों ने फलिस्तीन की मदद की थी। पहली बार हमारे देश के प्रधानमंत्री ने इजरायल को मदद करने में अपनी भूमिका निभाई है। पवार के इस बयान के बाद से राजनीतिक अंचलों में हलचल मची हुई है।
शरद पवार के बयान से हलचल
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने राकांपा अध्यक्ष के बयान की निंदा करते हुए कहा कि उनके जैसे वरिष्ठ नेताओं को यह समझना चाहिए कि राष्ट्रहित और राष्ट्रीय सुरक्षा से बढ़कर कुछ नहीं है। इसे कभी भी राजनीतिक विचारों से प्रभावित नहीं होनी चाहिए। वहीं, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी शरद पवार के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि इस तरह की मानसिकता ठीक नहीं है, इसे रोकना होगा।