पीएम मोदी के दौरे की भव्य तैयारी, सभा में जुटेंगे 2 लाख लोग, 55 एकड़ मैदान में बनेंगे डोम

रायपुर : 30 मार्च को पीएम नरेंद्र मोदी बिलासपुर के दौरे पर आएंगे. जिसकी तैयारियां तेजी से चल रही है. बिल्हा के मोहभट्ठा गांव में 55 एकड़ मैदान पर पांच अलग-अलग डोम तैयार किया जा रहे हैं. छत्तीसगढ़ में पहली बार ऐसा हो रहा है, जब पीएम की सभा में 2 लाख से ज्यादा लोग जुटेंगे.
पीएम मोदी के दौरे की भव्य तैयारी
पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे को लेकर भव्य तैयारी चल रही है. जिसके लिए पांच डोम के अलावा प्रधानमंत्री मोदी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के अलावा राज्यपाल रमन डेका समेत अन्य अधिकारियों के लिए ग्रीन रूम तैयार किया जा रहा है, जो बिल्कुल सभा स्थल से लगा हुआ है. सड़क तैयार की जा रही है. इसके अलावा कई तरह के अलग-अलग सेक्टर भी बनाए जा रहे हैं. बिल्हा क्षेत्र में प्रधानमंत्री मोदी के आने की अलग से खुशी है. सबसे बड़ी बात यह है की सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं यही वजह है कि डेढ़ सौ से ज्यादा मेटल डिटेक्टर लगाए जाएंगे जो लोगों की चेकिंग के बाद ही उन्हें प्रधानमंत्री मोदी के सभा स्थल पर जाने की अनुमति देगी. विशेष सुरक्षा इंतजारों के अलावा कोई ऐसे पहलू है जो प्रधानमंत्री मोदी के लिए अलग से तैयार किया जा रहे हैं.
पहली बार जुटेंगे 2 लाख से ज्यादा लोग
30 मार्च को दोपहर 2:00 बजे प्रधानमंत्री मोदी की आमद होने वाली है. 55 एकड़ मैदान में डोम तैयार करने वाले कारीगर प्रोत्साहित है, क्योंकि वह देश के प्रधानमंत्री के आने की जगह बना रहे हैं. पूछने पर की कभी जब उनसे मोदी जी की मुलाकात हो गई वे क्या कहेंगे? कहते हैं अपने क्षेत्र की समस्या बताएंगे उनके खुद के पास में राशन कार्ड घर आवास जैसी सुविधा नहीं है उसे भी वे मोदी जी के सामने लाएंगे लेकिन यह भी कहते हैं कि प्रधानमंत्री से बात करने और उनके सामने आने की बात बहुत दूर की है. मस्तूरी क्षेत्र के लगभग 22 मजदूर 2 लाख लोगों की सुरक्षा को देखते हुए इस जगह पर तैयार हो रहे अलग-अलग डोम को और मजबूत करने में लगे हैं.
मंत्रियों ने लिया जायजा
केंद्रीय मंत्री तोखन साहू के अलावा उपमुख्यमंत्री अरुण साव भी सभा स्थल का जायजा लेकर कलेक्टर अवनीश शरण और आईजी डॉक्टर संजीव शुक्ला के अलावा पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह को अलग-अलग निर्देश जारी कर चुके हैं. सुविधाओं के अलावा सुरक्षा और संरक्षा भी इनकी जिम्मेदारी का हिस्सा है यही वजह है कि अलग-अलग तरह से सभी को जिम्मेदारियां बांट दी गई है.