सनातन धर्म में दिवाली का त्योहार विशेष रूप से मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दिवाली के दिन भगवान श्री राम 14 वर्ष का वनवास पूरा कर अयोध्या लौटे थे। दिवाली के आने से पहले लोग अपने घरों को नया और शानदार बनाने के लिए रंग-रोगन करते हैं। यह रंग-रोगन न सिर्फ घर को खूबसूरत बनाता है बल्कि उसे शुद्ध और नया भी करता है। इन कार्यों से दिवाली पर देवी लक्ष्मी का विधिवत स्वागत किया जाता है। दिवाली पर घर में पेंट कराने से पहले वास्तु शास्त्र के कुछ नियमों का पालन जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
सही रंगों का करें चयन
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की दीवारों पर किए गए रंग में अपनी एक अलग ऊर्जा होती है। दिवाली पर हम सभी अपने घरों को पेंट करवाते हैं। इसके लिए हमें वास्तु के अनुसार, शुभ और मंगलकारी रंगों का चयन करना चाहिए। दिवाली अमावस्या के दिन पड़ती है।
अमावस्या के दिन दिवाली होने के कारण माना जाता है कि इस दिन नकारात्मक ऊर्जा अधिक फैलती है। हमें ऐसे रंगों का प्रयोग करना चाहिए, जो सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा दें। हल्के रंग नकारात्मक शक्तियों को घर में आने से रोकते हैं।
इन शुभ रंगों का करें इस्तेमाल
घर में पेंट करवाते समय सफेद, पीला, हल्का नारंगी, हल्का नीला और गुलाबी आदि रंगों का प्रयोग करें। घर में इन रंगों को शुभ माना जाता है। इन रंगों के प्रभाव से घर में हमेशा सुख-समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है। लाल रंग देवी लक्ष्मी को प्रिय है और प्रेम का प्रतीक माना जाता है। लेकिन इस रंग को घर में न करवाएं, यह अच्छा नहीं माना जाता। पूजा में लाल रंग का प्रयोग उचित होता है।