नई दिल्ली : क्वाड ग्रुपिंग ने आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए समूह के फोकस को तेज करने के लिए काउंटर टेरेरिज्म पर एक कार्य समूह की स्थापना की घोषणा की है। क्वाड ग्रुपिंग में अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत देश शामिल हैं।
नई दिल्ली में जारी किए गए क्वाड नेताओं के एक संयुक्त बयान में आतंकवादी प्रॉक्सी के इस्तेमाल की निंदा की गई। साथ ही मुंबई में 26/11 के हमले सहित आतंकवादी हमलों के लिए जवाबदेही को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्धता की बात कही गई, जिसमें सभी क्वाड देशों के नागरिकों की मौत हुई थी।
बता दें कि भारी हथियारों से लैस पाकिस्तानी आतंकवादियों ने 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हमला किया था। इस हमले में 26 विदेशी नागरिकों सहित कम से कम 174 लोग मारे गए थे और 300 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
क्वाड वर्किंग ग्रुप करेगा आतंकवाद का मुकाबला
संयुक्त बयान में कहा गया है कि हम आतंकवाद के खिलाफ क्वाड वर्किंग ग्रुप की स्थापना की घोषणा करते हैं। यह आतंकवाद के नए और उभरते रूपों, हिंसा और हिंसक चरमपंथ और कट्टरता का मुकाबला करने के लिए क्वाड और इंडो-पैसिफिक भागीदारों के बीच सहयोग को बढ़ावा देगा।
नई टेक्नोलॉजी से मिल रही है आतंकियों को मदद
आतंकवाद तेजी से फैल रहा है। आतंकवादियों ने मानव रहित हवाई प्रणाली (यूएएस) और इंटरनेट जैसी उभरती और विकसित हो रही टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को आतंकवादियों ने अपना लिया है, जिससे आतंकियों को मदद मिल रही है। आतंकियों की भर्ती और आतंकवादी कृत्यों को करने और उन्हें उकसाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल हो रहा है। इसके साथ ही आतंकवादी गतिविधियों के वित्तपोषण, योजना और तैयारी के लिए भी इसका उपयोग किया जा रहा है।
अमेरिका में मार्च 2023 में होगी पहली बैठक
समूह ने अक्टूबर 2022 में ऑस्ट्रेलिया द्वारा आयोजित क्वाड काउंटर-टेररिज्म पॉलिसी मीटिंग और टेबलटॉप एक्सरसाइज में इन विषयों पर केंद्रित चर्चाओं का स्वागत किया। इस दौरान कहा गया कि वह इस वैश्विक मुद्दे पर चर्चा जारी रखने के लिए मार्च 2023 में संयुक्त राज्य अमेरिका में अपनी पहली बैठक की प्रतीक्षा कर रहा है।
बैठक में कई बातों पर बनी सहमति- एस जयशंकर
इससे पहले “द क्वाड स्क्वॉड: पावर एंड पर्पज ऑफ द पॉलीगॉन” पर एक पैनल चर्चा के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान कई नई बातें सामने आई हैं। उन्होंने कहा कि यदि आप मुझसे पूछें कि आज कौन सी नई चीजें सामने आईं, तो हम एक आतंकवाद विरोधी कार्य समूह पर सहमत हुए। हम हिंद महासागर रिम एसोसिएशन के साथ अधिक निकटता से सहयोग करने पर सहमत हुए हैं।