Site icon khabriram

करवा चौथ से लेकर दिवाली तक, नवंबर में मनाए जाएंगे ये प्रमुख व्रत-त्योहार, जानें तिथि

vrat-tyohaar

कार्तिक मास बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस माह में कई खास व्रत और त्योहार मनाए जाते हैं। इनमें प्रमुख हैं – करवा चौथ, धनतेरस, दिवाली, लोक आस्था का महापर्व छठ, देवउठनी एकादशी और तुलसी विवाह। आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के अगले दिन से कार्तिक मास का आरंभ होता है। इस वर्ष कार्तिक माह 29 अक्टूबर से प्रारंभ हो रहा है। इस माह में गंगा स्नान की भी परंपरा है। इसके साथ ही पंथ, गीत, तपस्या और दान भी किए जाते हैं। धार्मिक मान्यता है कि कार्तिक माह में गंगा स्नान करने से भक्त के अनजाने में किए गए सभी पाप धुल जाते हैं। आइए, देखें नवंबर माह के प्रमुख व्रत-त्योहारों की लिस्ट।

नवंबर माह प्रमुख व्रत-त्योहार

कार्तिगाई और रोहिणी मासिक व्रत 31 अक्टूबर को पड़ेगा। इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है।

करवा चौथ 1 नवंबर को है। यह त्योहार हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है।

1 नवंबर को ही वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी है। यह दिन भगवान गणेश को समर्पित है।

5 नवंबर को अहोई अष्टमी है। इस दिन राधा कुंड में स्नान भी होता है। यह त्योहार अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।

5 नवंबर को कालाष्टमी और मासिक कृष्ण जन्माष्टमी भी है। यह त्योहार हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।

रमा एकादशी 9 नवंबर को है। एकादशी की तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है।

10 नवंबर को धनतेरस है। यह दिन अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन खरीदारी की जाती है। यह त्योहार हर महीने कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है।

मासिक शिवरात्रि 11 नवंबर को है। इसी तिथि पर भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था।

12 नवंबर को दिवाली है। यह त्योहार कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। इस दिन धन की देवी माता लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है। इस दिन नरक चतुर्दशी मनाई भी जाएगी। इसके अलावा काली पूजा, शारदा पूजा भी दिवाली की तिथि पर ही है।

13 नवंबर को गोवर्धन पूजा और 14 नवंबर को भाई दूज है।

16 नवंबर को विनायक चतुर्थी है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है।

वृश्चिक संक्रांति 17 नवंबर को है। इस दिन सूर्य देव तुला राशि से निकलकर वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे।

लोक आस्था का महापर्व छठ 19 नवंबर को मनाया जाएगा। इसकी शुरुआत नहाय खाय के दिन से होती है। इस साल नहाय खाय 17 नवंबर और खरना 18 नवंबर को है। 19 नवंबर को शाम का अर्घ्य दिया जाएगा। अगले दिन 20 नवंबर को सुबह अर्घ्य दिया जाएगा। 19 नवंबर को ही भानु सप्तमी है।

20 नवंबर को गोपाष्टमी है। वहीं, 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी और 24 नवंबर को तुलसी विवाह है। इसके अलावा 24 नवंबर को प्रदोष व्रत और 25 नवंबर को बैकुंठ चतुर्दशी है। देव दिवाली 26 नवंबर को है। अगले दिन कार्तिक पूर्णिमा है।

Exit mobile version