रायपुर। छत्तीसगढ़ में 15 साल तक राज़ करने वाली भाजपा को 2018 में हार का सामना करना पड़ा था। 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने राजनैतिक पंडितों की भविष्यवाणी को गलत साबित करते हुए एक बार फिर प्रदेश के सिंहासन पर विराजमान हो चुकी है। जबकि कांग्रेस अपने 75 के दावे के आस-पास भी भटकते हुए दिखाई नहीं दी। इस चुनाव में कांग्रेस के 10 मंत्रियों में 6 मंत्रियों को करारी हार का सामना करना पड़ा है। जीत के बाद जहां बीजेपी में सीएम पद को लेकर कयासबाजी तेज हो गयी हैं तो वहीं कांग्रेस को 3 राज्यों में मिली करारी शिकस्त को लेकर दिल्ली में हाई कमान द्वारा समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया है। सीएम भूपेश बघेल मंत्रियो और नेताओं के साथ दिल्ली में आयोजित समीक्षा बैठक के लिए रवाना हो गए हैं।
जनता का जनादेश हमें स्वीकार : भूपेश बघेल
सीएम भूपेश बघेल और उनके मंत्री और नेता, शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष के साथ दिल्ली में हो रही समीक्षा बैठक में शामिल होंगे। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव, डॉ. चरणदास महंत और पीसीसी चीफ दीपक बैज दिल्ली रवाना हो चुके हैं। जहां वे कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ समीक्षा बैठक में शामिल होंगे। पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, समीक्षा बैठक में चुनाव परिणाम को लेकर चर्चा होगी। किस वजह से हार हुई समीक्षा बैठक के बाद ही यह पता चलेगा। जनता ने हमें जो जनादेश दिया है वह हमें स्वीकार है।
बुलडोजर की कार्यवाही पर कसा तंज
बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि, कांग्रेस सरकार की कई जनहित योजनाएं बंद हो सकती है। पहले बीजेपी की सरकार बनने दीजिए फिर देखते हैं ये क्या-क्या बंद कर रहे हैं। बीजेपी की जीत के बाद ही राजधानी में बुलडोजर ताबड़तोड़ एक्शन में देखे जा रहे है, प्रदेश में बुलडोजर की कार्रवाई उन्होंने कहा कि, ये अदृश्य शक्तियां है…. जो ये काम कर रही हैं. इनको निर्देश किसने दिया किसी को पता नहीं। इस कार्यवाही में गरीबों का रोजगार उजाड़ा जा रहा है।
ईवीएम पर बोलो तो बीजेपी वालों को मिर्ची लगती है
ईवीएम मशीन को लेकर सवाल पूछे जाने पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि ईवीएम् के बारे में बोलो तो बीजेपी वालों को मिर्ची लगती है इसके पीछे कुछ ना कुछ तो कारण जरूर है और यदि नहीं है तो फिर इन्हे इतनी मिर्ची क्यों लगती है?