मां लक्ष्मी की पूजा करते समय इन नियमों का करें पालन, होगी धन वर्षा

वास्तु शास्त्र को सबसे पुराने और सबसे महत्वपूर्ण विज्ञानों में से एक माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, हर चीज को सही स्थान पर रखा जाए, तो घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और सुख-समृद्धि का आगमन होता है। ऐसे में अगर आप पूजा करते समय वास्तु के कुछ खास नियमों का ध्यान रखें, तो जीवन में तरक्की के रास्ते खुलने लगते हैं।
इस स्थान पर रखें मंदिर
वास्तुशास्त्र के अनुसार, पूजा घर हमेशा उत्तर-पूर्व दिशा में यानी उत्तर और पूर्व के बीच में होना चाहिए। यह दिशा पूजा के लिए शुभ मानी जाती है। जहां भी आपका मंदिर हो, वहां ताजी हवा और रोशनी की पर्याप्त आपूर्ति होनी चाहिए। अगर आप इन बातों का ध्यान रखेंगे, तो मां लक्ष्मी की कृपा परिवार पर हमेशा बनी रहेगी।
ऐसे फूलों का न करें इस्तेमाल
देवी लक्ष्मी की पूजा करते समय हमेशा ताजे फल और फूल चढ़ाने चाहिए। जो फूल जमीन पर गिर गए हों या ऐसे फूल जिनकी पंखुड़ियां टूट गई हों, ऐसे फूल जिन्हें सूंघ लिया गया हो आदि का प्रयोग कभी भी पूजा-पाठ में नहीं करना चाहिए। इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि फल-फूल तोड़कर या काटकर नहीं चढ़ाने चाहिए।
इन नियमों का करें पालन
यह भी ध्यान रखें कि पूजा घर के आसपास कोई पुराने कपड़े, जूते, बक्से आदि न हो। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है। माना जाता है कि देवी लक्ष्मी वहीं निवास करती हैं, जहां साफ-सफाई होती है। ऐसे में आपको अपने घर और मंदिर की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए।