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चर्चित IRS ऑफिसर समीर वानखेड़े BJP ज्वाइन करने वाले हैं? पत्नी संग RSS मुख्यालय में आए नजर

नागपुर। 2008 बैच के IRS अधिकारी और मुंबई जोनल यूनिट NCB के पूर्व डायरेक्टर समीर वानखेड़े एक बार फिर चर्चा में है। अपने करियर में दो दर्जन सेलिब्रिटी को पकड़ने से लेकर 20 हजार करोड़ से ज्यादा का ड्रग्स जब्त करने की वजह से डिपार्टमेंट में सिंघम के नाम से जाने जाने वाले वानखेड़े इस बार किसी कार्रवाई के चलते चर्चा में नहीं है बल्कि इसलिए चर्चा में है क्योंकि वह 19 मार्च को नागपुर स्थित RSS मुख्यालय गए थे। जिसके बाद ये कहा जा रहा है कि समीर वानखेड़े जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।

वहीं, इस पर समीर वानखेड़े का कहना है कि वह आरएसएस संस्थापक और राष्ट्रीय हीरो डॉ. हेडगेवार व गोलवलकर को श्रद्धांजलि देने गए थे। इस दौरान उन्होंने आरएसएस मुख्यालय में 250 से ज्यादा किताबें भी खरीदी। उनका दावा है कि वो बचपन में भी आरएसएस की शाखाओं में जाते रहे है और इस बार वो अपनी पत्नी के साथ मुख्यालय गए थे।

लेकिन बीजेपी ज्वाइन करने के सवाल पर वानखेड़े ने कहा, ”अगले एक से डेढ़ साल चुनावी साल है और इस दरम्यान क्या कुछ हो सकता है ये अभी से कहना संभव नही है, भविष्य में कुछ भी संभव है।” इसका मतलब ये हुआ कि वानखेड़े इस बात को सिरे से खारिज नहीं कर रहे है कि वो बीजेपी ज्वाइन करेंगे या नहीं। उनके जवाब में संभावना साफ दिख रही है बात सिर्फ सही समय और सही दावेदारी मिलने पर तय होगी।

समीर वानखेड़े का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें वह आरएसएस मुख्यालय में पूरा भ्रमण करने के बाद विजिटर डायरी में लिखते हुए दिख रहे है। इस दौरान उन्होंने आरएसएस के बड़े पदाधिकारियों से मुलाकात की और घंटों चर्चा भी की। ऐसे में इस बात के कयास लगने शुरू हो गए कि वो बीजेपी ज्वाइन करने जा रहे है। समीर वानखेड़े खुद इस बात को खारिज भी नहीं कर रहे है तो साल 2024 तक शायद वानखेड़े राजनीति की पिच पर दिखाई दे सकते है।

आपको बता दें कि NCP नेता नवाब मलिक बीजेपी पर समीर वानखेड़े को समर्थन देने का आरोप लगा चुके हैं। उन्होंने कहा था कि समीर वानखेड़े बीजेपी नेताओं के इशारे पर काम कर रहे हैं। बीजेपी और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के बीच सांठगांठ हो रही है। हालांकि वानखेड़े ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था। वहीं, एनसीबी की जांच में पता चला था कि आर्यन खान को समीर वानखेडे ने गलत तरीके से फंसाया था जिसके उन्हें एनसीबी के जोनल डायरेक्टर के पद से हटा दिया गया था।

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