धरसींवा. राजधानी रायपुर के करीब औद्योगिक क्षेत्र धरसींवा से लगे एक गांव से चौंका देने वाला मामला सामने आया है. अपनी राजनीति चमकाने के लिए लोग वैसे तो कई प्रकार के हथकंडे अपनाते हैं. लेकिन यहां एक ग्रामीण ने सरपंच बनने के लिए सारी हदें पार कर दी. उसने एक ऐसी झूठी कहानी रची कि उसे सरपंच की कुर्सी तक पहुंचने से पहले ही उसे जेल की रोटी खानी पड़ रही है.
दरअसल, यह पूरा मामला है धरसींवा थाना के सिलतरा पुलिस चौकी के अंतर्गत आने वाले ग्राम अकोली का है. जहां चेतन लाल धीवर ने अपने साथ साढ़े चार लाख की लूट होने की पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
दर्ज रिपोर्ट में बताया कि बाइक सवार दो लुटेरों ने चाकू की नोंक पर उससे लूट की है. वहीं क्षेत्र में लाखों की लूट की घटना से पुलिस की भी बदनामी हो रही थी. साथ ही कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे थे. वहीं पुलिस ने इस मामले की जांच की तो सच का खुलासा हुआ.
पुलिस लंबे समय तक इस मामले की छानबिन कर रही थी. लेकिन उन्हें रिपोर्ट के अनुसार मौके पर लूट के कोई सुराग नहीं मिले. आसपास के CCTV खंगालने के बाद भी जब किसी घटना की पुष्टी नहीं हुई, तब पुलिस को झूठी रिपोर्ट दर्ज कराए जाने की आशंका हुई.
पुलिस ने प्रार्थी को बुलाकर जब कड़ाई से पूछताछ की,तो उसने कबूला कि वह अकोली ग्राम से पिछली बार सरपंच का चुनाव हार गया था. इस बार चुनाव जीतने के लिए वह स्थानीय लोगों में लोकप्रियता हासिल करना चाहता था. इसी मकसद से उसने लूट की यह झूठी कहानी रची थी.
इस मामले में पुलिस ने प्रार्थी बनाम आरोपी चेतन लाल धीवर को गिरफ्तार कर रकम बरामद करने के साथ ही उसका मोबाइल ओर बाइक भी जप्त कर लिया है.