छत्तीसगढ़ में हाथियों का उत्पात, गजराज के हमले में एक ग्रामीण की हुई मौत

सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में हाथियों का दल लगातार विचरण कर रहे हैं। हाथियों के दल से बिछड़कर एक हाथी गांव में पहुंच गया, जहां एक ग्रामीण को कुचला दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मामला बारगीडीह गांव का है।
मिली जानकारी के अनुसार, ग्रामीण रात को अपने घर के बाहर खेत में पहरेदारी के लिए सो रहा था। यह घटना घुई वन परिक्षेत्र के बारगीडीह गांव की बताई जा रही है। मौके पर ही वन अमला की टीम भी घटना स्थल पर पहुंच गई। वन अमला की टीम ने ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए कहा।
तीन सालों में 220 लोगों की मौत
पुलिस को पहले ही जानकारी मिल चुकी थी कि 35 हाथियों के झुंड से एक हाथी दूसरी ओर मुड़ गया है। लेकिन इससे पहले कि विभाग अधिकारी इस बात की जानकारी गांव वालों को देते हाथी ने उस महिला को अपना शिकारी बना लिया था। राज्य के उत्तरी भाग, मुख्य रूप से सरगुजा, रायगढ़, कोरबा, सूरजपुर और बलरामपुर जिलों में हाथी और स्थानीय लोगों के बीच का संघर्ष पिछले एक दशक से चिंता का एक प्रमुख कारण रहा है। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, पिछले तीन सालों में राज्य में हाथियों के हमले में कुल 220 लोगों की मौत हो चुकी है।
दहशत में ग्रामीण
हाल ही में इन हाथियों के झुंड ने ग्राम मोहरसोप में एक ग्रामीण के घर में तोड़-फोड़ करके उसका पूरा अनाज चट कर दिया था। किसी तरह घर के मालिक ने अपने आप को छिपाकर रखा और अपनी जान बचाई। ग्रामीणों का कहना है कि हाथियों के झुंड से ग्रामीण भय व दहशत के वातावरण में जिंदगी बिता रहे हैं। उनका कहना है कि गांव में किसी भी वक्त हाथियों के आ धकमने का भय बना रहता है।