Gariyaband : उदंती सीता नदी अभ्यारण में हाथी शावक “अघन” की मौत मामले में वन विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. पोटाश बम से हाथी शावक को घायल करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. सभी आरोपी उदंती सीता नदी अभ्यारण अरसीकन्हार रेंज के फरसगांव के रहने वाले हैं. आरोपियों ने वन्य प्राणी शिकार के लिए चार पोटाश बम लगाने का खुलाया किया है. वहीं मामले में अन्य आरोपी फरार है.
बता दें कि 7 दिसंबर को हाथी के शावक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था. बेबी एलिफेंट अघन 8 नवंबर को पोटाश बम के धमाके से घायल हो हुआ था. जिसके बाद पोटाश बम से शावक के जबड़े और पैर में गंभीर चोट आई. 27 नवंबर को यह हाथी का शावक वन विभाग को मिला. करीब एक हफ्ते के इलाज के बाद वन विभाग उसके मां से मिलाने की तैयारी कर रहा था. पोटाश बम के घातक केमिकल से बने हाथी के जीभ के घाव भरने का नाम नहीं ले रहा था. लगातार उपचार के बावजूद जीभ और गले के एक हिस्से में इन्फेक्शन बढ़ रहा था. जिसके चलते शावक ने भोजन त्याग दिया था.
वन विभाग की टीम ने आरोपियों को घटना स्थल ले जाकर क्राइम सीन रीक्रिएट किया. इस दौरान आरोपियों ने बताया कि वन्य प्राणी शिकार के लिए चार पोटाश बम लगाया गया था. जिसके बाद एक पोटाश बम चबाने से हाथी का शावक घायल हुआ था. घटना उदंती सीता नदी टाइगर रिजर्व क्षेत्र की है.
700 रुपये के पोटाश बम ने ली हाथी शावक की जान
उपनिदेशक वरुण जैन ने बताया कि ओडिशा के एक व्यक्ति का नाम सामने आ रहा है. इसी व्यक्ति ने आरोपियों को 700 रुपये प्रति गोला के हिसाब से पोटाश बम मुहैया कराया था. जिसकी पतासाजी जारी है. फरार आरोपियों की भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. वहीं हफ्ते भर में पूरे मामले को सुलझाने का दावा है.