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निजात अभियान का असर : 2 माह में आबकारी और NDPS एक्ट के मामले में 1303 गिरफ्तार,228 को भेजा गया जेल….

बिलासपुर । न्यायधानी बिलासपुर में एसपी संतोष कुमार सिंह का निजात अभियान रंग लाने लगा हैं। आलम ये हैं कि इस अभियान से जहां नशे के कारोबारियों के बीच हड़कंप मचा हुआ हैं, वही जन जागरूकता अभियान से जागरूक होकर लोग “नशे को ना….जिंदगी का हां” कह रहे हैं। निजात अभियान का ही असर हैं कि पिछले 2 महीन में पुलिस विभाग ने नशे के सौदागरों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए 1303 लोगों को अरेस्ट किया, इनमें से 228 आरोपियों को जेल भेजा गया।

छत्तीसगढ़ सरकार नशे के अवैध कारोबार के सख्त खिलाफ हैं। यही वजह हैं कि पुलिस विभाग जहां लगातार नशे के कारोबार के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं। वही दूसरी तरफ बिलासपुर एसपी संतोष कुमार सिंह का नशे के खिलाफ चलाया जाने वाला निजात अभियान ना केवल नशे के कारोबार के खिलाफ बल्कि नशे की दलदल में फंस चुके लोगों को बाहर निकालने के क्षेत्र में भी अहम भूमिका निभा रही हैं। आपको बता दे कि इस वर्ष फरवरी महीने में ही आई.जी. बिलासपुर रेंज बी.एन. मीणा और एसपी संतोष कुमार सिंह की उपस्थिति में अवैध नशा के विरुद्ध निजात अभियान की शुरुआत की गई थी ।

बिलासपुर एसपी के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर राजेंद्र जायसवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राहुल देव शर्मा के मार्गदर्शन में बिलासपुर के सभी थाना क्षेत्रों में अवैध नशा के कार्य में संलिप्त लोगों के विरुद्ध ताबड़तोड़ कार्यवाही की गई है। फरवरी माह से शुरू किए गए अवैध नशे के खिलाफ कार्यवाही और जागरूकता अभियान निजात के तहत सिर्फ दो महीने में ही ताबड़तोड़ कार्यवाही करते हुए कुल 1303 लोग गिरफ्तार किए गए। जिनमें से गैर-जमानतीय प्रकरणों और नशे से जुड़े किए गए प्रतिबंधात्मक प्रकरणों में कुल 228 आरोपी जेल भेजे गए हैं।आबकारी के कुल 1212 दर्ज प्रकरणों में 2413 लीटर शराब जप्त की गयी। आबकारी एक्ट में गिरफ्तार लोगों में बड़ी संख्या सार्वजनिक स्थलों पर शराब सेवन कर हुडदंग करने वाले लोगों की रही।

एनडीपीएस प्रकरणों के 73 प्रकरणों में 280 किलो गांजा और अन्य नशीली वस्तुएं जप्त कर 89 आरोपियों को जेल भेजा गया, जबकि 50 लाख कीमती नशे का सामान जप्त किया गया। अवैध शराब, गांजा के अलावा बड़ी मात्रा में इंजेक्शन, कफ सिरफ, टेबलेट, एम्पुल, चरस व ट्यूब शल्युशन जप्त किया गया है। चेतावनी देने के बावजूद नशे के लिए सीरप बेच रहे मेडिकल संचालक और एक डेयरी संचालक को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया। न्यायधानी में नशे की हालत में गाड़ी चलाने वाले 501 लोगों पर एमवी एक्ट के तहत कार्यवाही करते हुए प्रत्येक प्रकरण को कोर्ट भेजा गया। जहां प्रत्येक ऐसे चालक पर दस-दस हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है। वही नशे के विरुद्ध जनजागरुकता के तहत स्कूल, कॉलेज और सार्वजनिक जगहों पर 505 कार्यक्रम पुलिस विभाग द्वारा आयोजित किये गए।

बिलासपुर एसपी संतोष कुमार सिंह के निजात अभियान का ही असर हैं कि आज न्यायधानी में अवैध नशे के कारोबारियों की कमर टूट गयी हैं। वही सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीकर हुड़दंग मचाने वालों से आम लोगों को होने वाली परेशानियों से भी लोगों को निजात मिलता दिख रहा हैं। एसपी संतोष कुमार सिंह ने साफ किया कि प्रदेश सरकार की मंशा साफ हैं, ऐसे में जो भी नशे का कारोबार करते हुए पाये जायेगा, उसके खिलाफ पुलिस ना केवल सख्ती से कार्रवाई करेगी, बल्कि ऐसे कोरोबार से जुड़े अवैध कारोबारियों को कभी भी बख्शा नही जायेगा।

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