अमेरिकी करोड़पति नेविल रॉय सिंघम को ED ने भेजा समन, ऑनलाइन पोर्टल को लाखों डॉलर फंड करने का लगा आरोप

नई दिल्ली : राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों के मामले में फंसे वेबसाइट ‘न्यूजक्लिक’ के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ के खिलाफ कार्रवाई चल रही है। इसी बीच गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में पूछताछ के लिए अमेरिकी करोड़पति नेविल रॉय सिंघम को समन जारी किया है।

अमेरिकी व्यवसायी और आईटी कंसल्टिंग फर्म थॉटवर्क्स के पूर्व अध्यक्ष नेविल रॉय सिंघम पिछले कुछ दिनों में राजनीति में काफी सक्रिय हैं। द न्यूयॉर्क टाइम्स (एनवाईटी) की एक जांच के अनुसार, उन्होंने न्यूजक्लिक को उन्होंने लाखों डॉलर की फंडिंग की।

कौन हैं नेविल रॉय सिंघम?

नेविल रॉय सिंघम एक अमेरिकी व्यवसायी और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। वह थॉटवर्क्स के संस्थापक और पूर्व अध्यक्ष भी हैं। ये कंपनी कस्टम सॉफ्टवेयर, सॉफ्टवेयर टूल और परामर्श सेवाएं प्रदान करती है। सिंघम पर विभिन्न संस्थानों को फंडिंग करने का आरोप है। ये संस्थान चीन के विचारों को बढ़ावा देते हैं। वहीं, उइगर नरसंहार को झूठ बताते हैं। वो चीनी पार्टी का मुखर समर्थक भी रह चुके हैं।

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, सिंघम के नेटवर्क ने दिल्ली स्थित समाचार वेबसाइट न्यूजक्लिक को फंड दिया है। रिपोर्ट में कहा गया कि न्यूजक्लिक को 38 करोड़ रुपये की फंडिंग की गई। दावा किया गया है कि सिंघम चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के लिए काम करते हैं। जानकारी के मुताबिक, वो चीन के शंघाई में रहता है।

न्यूजक्लिक का कहना है कि उसने नेविल रॉय सिंघम से कोई फंड नहीं ली है। न्यूजक्लिक को मिले सभी फंडिंग उचित बैकिंग चैनलों के जरिए की गई है।

हाई कोर्ट में न्यूजक्लिक के संस्थापक ने लगाई मामले को रद्द करने की गुहार

बता दें कि कुछ दिनों पहले चीन के पक्ष में प्रायोजित खबरें चलाने के लिए चीनी कंपनियों के माध्यम से 38 करोड़ रुपये की फंडिंग के मामले में आरोपित समाचार पोर्टल न्यूजक्लिक ने हाई कोर्ट से मामलों को रद्द करने की मांग की।

यूपीए के तहत न्यूजक्लिक के संस्थापक पर मामला दर्ज

दिल्ली पुलिस ने न्यूजक्लिक के मानव संसाधन विभाग के प्रमुख अमित चक्रवर्ती और न्यूजक्लिक के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ के खिलाफ यूएपीए के तहत प्राथमिकी की थी और तीन अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button