अंतरराष्ट्रीय साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश : 23 खातों से करीब डेढ़ करोड़ जब्त, 176 खातों की चल रही जांच

राउरकेला। अंतरराष्ट्रीय साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश करते हुए राउरकेला पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। यह गिरोह दुबई से संचालित हो रहा था और रोजाना 50 से 60 लाख रुपये की ठगी कर रहा था। ‘ट्रेड नाउ’ नाम के एक फर्जी निवेश एप के जरिए देशभर के लोगों को मोटे मुनाफे का झांसा देकर यह ठगी की जा रही थी।
मंगलवार को सिविल टाउनशिप और बसंती कॉलोनी के दो अपार्टमेंट्स में हुई छापेमारी में पुलिस ने छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड के 9 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 5 लैपटॉप, 31 मोबाइल फोन, 68 सिम कार्ड, 19 एटीएम कार्ड, 2 पेन ड्राइव, 1 कैश गिनने की मशीन, 1 कार और 1 स्कूटी समेत भारी मात्रा में डिजिटल व वित्तीय सामान जब्त किया गया।
गिरोह की कार्यप्रणाली
गिरोह ‘ट्रेड नाउ’ एप के जरिए निवेशकों को हाई रिटर्न का लालच देता था और उनके पैसे हड़प लेता था। डीआईजी बृजेश कुमार राय ने बताया कि यह पूरा नेटवर्क दुबई में बैठे मास्टरमाइंड किशन अग्रवाल द्वारा संचालित किया जा रहा था, जिसकी उम्र मात्र 26 साल है। जांच में यह भी सामने आया है कि किशन अग्रवाल भारत समेत कई देशों में इसी तरह के ऑपरेशन चला रहा है और हवाला नेटवर्क के माध्यम से मोटी रकम बाहर भेजी जा रही है।
गिरफ्तार आरोपी
- किशन अग्रवाल (26) – रायपुर
- कुणाल अग्रवाल (25) – रायपुर
- अर्जुन सिंह (27) – रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड)
- गिरधारी सिंह उर्फ राम (24) – जसपुर (छत्तीसगढ़)
- अजय कुमार (25) – कोरबा (छत्तीसगढ़)
- संदीप कुमार सोनी (28) – बलौदा बाजार (छत्तीसगढ़)
- सौमेंद्र सिंह राजपूत (27) – जांजगीर/चांपा (छत्तीसगढ़)
- अभिजीत भारद्वाज (27) – रायगढ़ (छत्तीसगढ़)
- दिनेश कुमार साहू (25) – जांजगीर चांपा (छत्तीसगढ़)
अभी जांच जारी
पुलिस ने अब तक 23 खातों से डेढ़ करोड़ रुपये जब्त कर लिए हैं, जबकि 176 बैंक खातों की जांच की जा रही है। गिरोह के अंतरराष्ट्रीय लिंक और फंडिंग के स्रोतों की पड़ताल भी की जा रही है।