रायपुर : अभी हाल ही में शहर के जाने-माने रामकृष्ण केयर अस्पताल के जोड़ प्रत्यारोपण विशेषज्ञ डॉ. अंकुर सिंघल ने “मिनीमम कट तकनीक” द्वारा रिवीजन नी-रिप्लेसमेन्ट टीकेआर परफॉर्म किया। इस सर्जरी की खास बात यह थी मरीज के एक घुटने का ऑपरेशन हैदराबाद जैसी शहर में हो चुका था जो कि सफल नहीं रहा और उसमें इंफेक्शन हो गया था
जिसकी वजह से मरीज को एक वर्ष तक दवाई लेनी पड़ी और चलने में भी तकलीफ रही तत्पश्चात वह डॉ. सिंघल से मिला और उन्होंने मरीज का दो स्टेज में सफल ऑपरेशन किया। पहली स्टेज में घुटने में सीमेंट सिपेसर लगाया और इंफेक्शन खत्म होने के पश्चात डॉ. सिंघल ने उसका सर्जरी किया। आज मरीज पूरी तरह स्वस्थ्य है एवं अपनी सामान्य जीवन-यापन कर रहा है तथा उसका घुटना पूरी तरह ठीक हो गया है।
मिनीमम कट तकनीक से किया सफल आपरेशन
डॉ. सिंघल ने बताया कि रिवीजन नी-रिप्लेसमेन्ट टीकेआर एक अपने आप में जटिल क्रिया है जिसमें कोई भी खराब घुटने को मिनीमम कट तकनीक द्वारा फिर से ठीक किया जाता है। यह रिवीजन नी-रिप्लेसमेन्ट टीकेआर बहुत जटिल एवं काम्प्लेक्स होता है जिसको करने के लिये व्यापक ट्रेनिंग की जरूरत पड़ती है। डॉ. सिंघल ने इस सर्जरी के लिये विदेश जैसे इग्लैण्ड एवं अमेरिका में ट्रेनिंग लिया है|
डॉ. अंकुर सिंघल ने 7000 से भी ज्यादा सफल जोड़ प्रत्यारोपण सर्जरी की
डॉ. अंकुर सिंघल ने बताया कि मरीजों में उनके द्वारा हि इजात की हुई इस “मिनिमम कट तकनीक” से 7000 से भी ज्यादा सफल जोड़ प्रत्यारोपण सर्जरी की है। इस तकनीक से मरीजों की रिकवरी फास्ट होती है और जटिल से जटिल सर्जरी आसानी से की जा सकती है। इस तकनीक से मरीज न सिर्फ केवल कुछ घंटें बाद चल सकता है बल्कि अपनी सामान्य जीवन में तेजी से वापस लौट सकता है।