विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में था डोंगरगढ़ का फर्जी बाबा, पुलिस जांच में खुलासा

राजनांदगांव : जिले की पवित्र नगरी डोंगरगढ़ में एक फर्जी बाबा गिरफ्तार हुआ. जहां के प्रज्ञागिरी पहाड़ी के पास बाबा एक आश्रम की आड़ में गंदा काम कर रहा था. बाबा की पहचान कांती अग्रवाल उर्फ तरुण अग्रवाल के रूप में हुई, जो गोवा में विदेशियों को योगा की ट्रेनिंग देता था. वहीं फर्जी बाबा को लेकर रोज नए खुलासे हो रहे हैं, अब इसी बीच फर्जी बाबा के विधानसभा चुनाव लड़ने की बात सामने आई है, जांच में पता चला की ढोंगी बाबा राजनांदगांव जिले के किसी भी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की तैयारी में था.
गोवा वाला आश्रम बंद हुआ तो डोंगरगढ़ पहुंचा फर्जी बाबा
दरअसल फर्जी योगी तरुण का गोवा आश्रम भी विवादों में आने के बाद बंद हो गया. वह लीज पर जिस रिसार्ट में क्रांति योगा आश्रम चला रहा था. उसमें दिसंबर 2024 से अप्रैल 2025 के बीच तालाबंदी हो गई. इसके बाद वह प्रयागराज में महाकुंभ में शामिल हुआ. यहां से वह बनारस गया और कुछ दिन वहीं रहा. फिर अप्रैल में उसके डोंगरगढ़ आने की जानकारी दी जा रही है.
विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में था फर्जी बाबा
फर्जी बाबा को लेकर कई खुलासे हो रहे हैं, अब इसी बीच जानकारी सामने आई कि तरुण अग्रवाल राजनांदगांव जिले के खुज्जी या खैरागढ़ से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में लगा था. डोंगरगढ़ विधानसभा अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होने के कारण उसकी नजरें डोंगरगढ़ विधानसभा के आसपास के विधानसभा क्षेत्र में थी.
विदेशी फंडिंग की जांच में जुटी पुलिस
डोंगरगढ़ में 20 एकड़ की जमीन पर आयुर्वेदिक उपचार केंद्र खोलने का दावा करने वाले योगी तरुण के विदेशी कनेक्शन और उसके एनजीओ की जांच पड़ताल भी शुरु हो गई है. पुलिस को उसका आइफोन भी मिला है, लेकिन इसके लॉक होने के चलते छानबीन शुरु नहीं हो पाई है. हालांकि, पुलिस ने तरुण के काल डिटेल्स हासिल कर लिए हैं. इसके अलावा उसके एनजीओ और बैंक खातों की जानकारी भी पुलिस ने जुटा ली है. तरुण के पासपोर्ट की जानकारी भी सामने आई है जिसमें उसके कई देशों की यात्रा के साक्ष्य मिले हैं.
जांच के दौरान ऐसे करीब 30 लोगों को चिह्नित किया गया है जो उसके साथ योगाश्रम के संचालन और दूसरी गतिविधियों में जुड़े हुए हैं. इनमें कुछ विदेशियों के भी शामिल होने की बात सामने आ रही है. अपने योगाश्रम के संचालन के लिए उसने प्रशिक्षक और अन्य स्टाफ के साथ ही आइटी टीम भी हायर कर रखी थी. पुलिस अधिकारी ने बताया कि इन सभी मामलों में पड़ताल की जा रही है.