महाशिवरात्रि के पर्व पर भगवान शिव व माता पार्वति की पूजा की जाती है। इस दिन यह माना जाता है कि भगवान शिव और माता पार्वती ने शादी की थी। इस दिन भक्त व्रत रखकर भगवान शिव की पूजा करते हैं, जिससे उनकी पति की आयु लंबी हो सके। अविवाहित कन्याएं व्रत रख भगवान शिव जैसे वर की कामना करती हैं। भगवान शिव स्वभाव से बहुत सरल होते हैं। वह अपने भक्तों की एक लोटा जल में ही सुन लेते हैं, लेकिन एक चीज ऐसी है, जो उनको नहीं पसंद है। भगवान शिव पर ध्यान से कभी भी नारियल का फल नहीं चढ़ाना चाहिए। एक्सपर्ट पंडित शिवम पाठक ने बताया कि भगवान शिव पर कौन-कौन सी चीजें नहीं चढ़ाना चाहिए।
शिवलिंग पर नहीं चढ़ाया जाता है यह फल
पंडित शिवम पाठक ने बताया कि पूजा करते समय भक्त बहुत ही भाव से भरे हुए होते हैं। वह भगवान शिव को बेर, केल, आम, धतूरा, नारियल चढ़ा देते हैं। उन्हें यह ध्यान रखना चाहिए कि भगवान शिव पर नारियल नहीं चढ़ाया जाता है। उन नारियल का पानी भी नहीं चढ़ाते हैं। दरअसल, समुद्र मंथ के समय नारियल की उत्पत्ति हुई।
नारियल को माता लक्ष्मी के रूप में माना गया है। ऐसे में अगर आप भगवान शिव पर नारियल को चढ़ाते हैं, तो यह समझा जाता है कि आप भगवान शिव को माता लक्ष्मी सौंप रहे हैं। माता लक्ष्मी भगवान विष्णु की पत्नी हैं। ऐसे में नारियल भगवान शिव को चढ़ाने की गलती भूलकर भी न करें।
शिवलिंग पर कोई भी चीज चढ़ाए, तो यह ध्यान रखें कि वह पुरानी या फिर कटी-फटी नहीं होनी चाहिए। आप उन पर साबुत दाने, बिना कटे-फटे बेलपत्र, साबुत बेल या धतूरे के फल को चढ़ा सकते हैं।