हाथ-पैर में चलती है चींटी? दर्द से हो गया है बुरा हाल तो खाना शुरू करें ये चीजें
नई दिल्ली : आजकल न्यूरोपैथी होने की सबसे बड़ी वजह डायबिटीज है। डायबिटीज में जब शुगर का स्तर कई महीनों तक HbA1c के सामान्य लेवल (यह शरीर में 3 महीनों के शुगर का औसत स्तर बताता है) 5.7 से बढ़ा हुआ हो। जितने लंबे समय तक यह बढ़ा रहेगा, उतनी ही ज्यादा न्यूरोपैथी होने की आशंका रहेगी। इसलिए इसे काबू में रखना जरूरी है। वहीं शरीर में बनने वाले फ्री रेडिकल्स को कम रखना होगा।
क्या खाएं और क्या नहीं?
शरीर में बनने वाले फ्री रेडिकल्स ज्यादा बनने लग जाएं तो न्यूरोपैथी की समस्या हो जाती है। इसके लिए बाहर का खाना, जंक फूड (नूडल्स, बर्गर आदि) को कम से कम करना होगा। साथ ही, डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करना होगा जिनमें भरपूर मात्रा में ऐंटिऑक्सिडेंट मौजूद हों। मसलन: मौसमी हरी साग-सब्जियां, सलाद, फल आदि। इनके अलावा ड्राई फ्रूट्स भी खाएं। हर दिन 2 अखरोट, 5 बादाम, 5 मुनक्का खाने से फायदा होगा।
फ्री रेडिकल्स और एंटिऑक्सिडेंट का चक्कर
जब-जब आप खाना खाएंगे या जब-जब बीमार पड़ेंगे या जब-जब शरीर में अंदरूनी सूजन होगी तो शरीर में ऐसे अणु (molecule) भी बनेंगे जो बहुत ज्यादा अस्थिर और हानिकारक होंगे। इसकी अस्थिरता ही हमारे शरीर के लिए हानिकारक है। समझने के लिए, हम जब भी कुछ खाते हैं तो भोजन पचने और ऊर्जा पैदा होने के दौरान शरीर में दो तरह के अणु बनते हैं। एक अणु जो बहुत अस्थिर और ऐक्टिव (फ्री रेडिकल्स) होता है और दूसरा अणु कुछ सक्रिय लेकिन स्थिर (ऐंटिऑक्सिडेंट्स) रहता है।
इस स्थिर अणु का काम है अस्थिर अणु से जुड़कर उसे स्थिरता प्रदान करना। हां, बीमार पड़ना यह हमारे हाथों में नहीं होता और ना ही भोजन करना तो बंद नहीं कर सकते। लेकिन भोजन के दौरान यह तो सुनिश्चित कर ही सकते हैं कि ऐसा खाना खाएं जिससे फ्री रेडिकल्स कम से कम बनें और ऐंटिऑक्सिडेंट्स ज्यादा से ज्यादा।
खांसी-जुकाम का असली कारण
शरीर में ज्यादा अस्थिर अणु बनने से ही खांसी, जुकाम जैसी गड़बड़ियां सामने आती हैं। सीधे कहें तो शरीर में केमिकल लोचे का असल कारण ये अस्थिर अणु ही हैं। ऐसे में हम खानपान न बदलें तो अस्थिर अणु यानी फ्री रेडिकल्स से ऐंटिऑक्सिडेंट्स हारने लगते हैं और शरीर बीमार हो जाता है। वहीं स्थिर अणु हमारे शरीर के डिफेंस सिस्टम का ही हिस्सा हैं। इनका काम होता है अस्थिर अणु की क्रियाओं पर रोक लगाना और उनकी संख्याओं को कम करना। स्थिर अणु हरी सब्जियों और फलों में ज्यादा मात्रा में मिलते हैं। हम ताजे फल, सब्जी खाएं जो कम से कम केमिकल वाले हों।