जिला शिक्षा अधिकारी का बाबू 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ाया

छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो ने अभियान छेड़ा है। पिछले दिनों कई ऐसे सरकारी मुलाजिमों को दबोचा गया है, जिन्होंने काम के एवज में रिश्वत मांगी थी। इस बार जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला शिक्षा अधिकारी के बाबू अरुण दुबे को एसीबी ने 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार (CG ACB Raid) किया है। एंटी करप्शन ब्यूरो ने शुक्रवार को यह कार्रवाई की।

एसीबी को प्राइवेट स्कूल संगठन के उपाध्यक्ष चक्रधर पटेल ने शिकायत की थी। शिकायत में कहा गया था कि शिक्षा का अधिकार के तहत प्राइवेट स्कूलों में हुए बच्चों के एडमिशन का क्लेम करने के लिए स्कूल आवेदन करते हैं। इस शाखा के प्रभारी अरुण दुबे हैं। स्कूलों के क्लेम की फाइलें बढ़ाने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बाबू अरुण दुबे ने रुपयों की अवैध मांग की। प्रति स्कूल दस हजार रुपए की मांग
की गई थी।

एसीबी ने शिकायत की सत्यता की पड़ताल के लिए रिकॉर्डिंग आदि करवाई। इसके बाद शुक्रवार को चक्रधर पटेल को 50 हजार रुपए देकर बाबू अरुण दुबे के पास भेजा। दोपहर बाद जैसे ही चक्रधर ने रुपए अरुण को दिए, एसीबी की टीम ने धावा बोल दिया। अरुण दुबे रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। एसीबी ने अरुण दुबे को गिरफ्तार कर लिया है।

एक लाख रुपये की गई थी डिमांड (CG ACB Raid)
छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का बाबू अरुण दुबे 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार हुआ है। शिकायतकर्ता चक्रधर पटेल ने कहा कि वह प्राइवेट स्कूल प्रबंधन संघ का जिला उपाध्यक्ष है, जिन बच्चों का एडमिशन आरटीई के तहत होता है, उनकी लिस्ट डीईओ कार्यालय से होकर  रायपुर मुख्यालय जाती है। तब वहां से शासन राशि भेजता है। उन लिस्ट को अग्रेषित करने के लिए आरटीई प्रभारी बाबू अरुण दुबे प्रति लिस्ट एक लाख रुपए मांग रहा था। इसके एवज में पहली किस्त 50 हजार लेते हुए एसीबी के हत्थे चढ़ गया।

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