रायगढ़ : जिले में बीती रात पैसे की लेनदेन की बात को लेकर दो लोगों के बीच उपजे विवाद के बाद एक ने दूसरे के सिर पर धारदार टांगी से वार करके मौत के घाट उतार दिया है। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया था। जिसे पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। उक्त मामला पूंजीपथरा थाना क्षेत्र का है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, रायगढ़ जिले के पूंजीपथरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम देलारी में संचालित विंध्याचल एसएस ऑक्सीजन प्लांट में 407 पिकअप चालक विरेन्द्र खम्हारी 26 साल का बीती रात तकरीबन साढ़े 10 बजे के आसपास उसके हेल्पर सूरज राठिया के साथ पैसे की लेनदेन की बात को लेकर विवाद हो गया।
दोनों के बीच विवाद इतना अधिक बढ़ गया कि हेल्पर ने धारदार कुल्हाडी से अपने साथी के सिर सहित शरीर के अन्य हिस्सों में ताबड़तोड वार करना शुरू कर दिया। प्लांट के कर्मचारियों के द्वारा घायल विरेन्द्र को किसी तरह देर रात मेडिकल क\लेज लाया गया। जहां प्रारंभिक जांच में ही मौके पर मौजूद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पिकअप चलाता था मृतक
बताया जा रहा है कि मृतक मूलतः सरिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम लुकापारा का रहने वाला था। वह विंध्याचल एसएस ऑक्सीजन प्लांट के अंदर ही पिछले डेढ साल से किराये के मकान में रहते हुए पिकअप 407 चला रहा था। बीती रात उसी के वाहन के हेल्पर से विवाद के बाद विरेन्द्र की हत्या कर दी।
खाना खाते समय किया हमला
मृतक के साथियों ने बताया कि जब विरेन्द्र अपने कमरे में खाना खा रहा था। इसी बीच उसके चिल्लाने की आवाज सुनकर जब वे मौके पर पहुंचे तो देखा कि हेल्पर सूरज राठिया कुल्हाड़ी लेकर भाग रहा था। इसके बाद जब उन्होंने अंदर जाकर देखा तो विरेन्द्र खून से लथपथ हालत में पड़ा हुआ था। जिसे उनके द्वारा अस्पताल ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी पूंजीपथरा निरीक्षक राकेश मिश्रा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि विरेन्द्र खम्हारी निवासी लुकापारा सरिया जो प्लांट में पिकअप चालक था और सूरज राठिया, जो खलासी का काम करता था, दोनों लेबर कॉलोनी में अलग-अलग क्वार्टर में रहते थे। दोनों के बीच अच्छे संबंध थे।
घटना के दिन विरेन्द्र ने सूरज से पैसे उधार मांगा। इसी दौरान दोनों के बीच विवाद हो गया। जिसके परिणामस्वरूप सूरज ने टांगी से विरेन्द्र पर हमला कर दिया। हमले के बाद सूरज राठिया फरार हो गया। वहीं, विरेन्द्र को गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित किया।
निरीक्षक राकेश मिश्रा द्वारा वस्तुस्थिति से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराकर त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी की तलाश शुरू की। फरार आरोपी सूरज राठिया अपने क्वार्टर में सामान लेने वापस आया था, तभी पुलिस ने उसे घेराबंदी कर हिरासत में लिया गया है।