बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में बुधवार रात से शुरू बारिश गुरुवार और शुक्रवार को भी अधिकांश हिस्सों में हुई। अब ज्यादा बारिश होने से हरहुना धान की बालियां झड़ने की आशंका है। इस कारण किसानों को नुकसान हो सकता है। जिले में अब हो 711.3 मिमी बारिश हो चुकी है। बेमेतरा जिले में करीब 3 लाख एकड़ में धान की खेती की जा रही है। 12 से 13 हजार एकड़ में हरहुना धान की फसल लगी है।
किसानों का कहना है कि तेज बारिश से खेतों में धान के पौधों से फूल के झड़ने व पौधों की गिरने का खतरा बना हुआ है। अंचल में लगातार हफ्ते भर से तेज बारिश हो रही है। अधिकांश धान के पौधों से बालियां निकल चुकी है। हरहुना जैसे हाइब्रिड धान की खेती की जा रही, जिसकी अवधि 70 से 75 दिन की होती है। ऐसी फसल में धान की बालियां पूरी तरह निकल चुकी है। किसानों को अब चिंता हो रही की तेज बारिश के कारण धान के पौधे को नुकसान न हो। अधिक उत्पादन के लिए किसान हाइब्रिड धान की खेती कर रहे हैं। जिले में देर से पकाने वाले महामाया व स्वर्णा धान की खेती की गई है। इन पौधों में अभी बलियां नहीं आई है, लेकिन पौधों की बढ़ोतरी लगातार बारिश के बाद से होने लगी है।
बारिश से किसानों को धान फसल में कीट-पतंग समेत अन्य बीमारियों से छुटकारा मिल गया है। रुक-रुक कर बारिश होने के बाद से कई तरह की बीमारियों से पौधे ग्रसित हो जाते हैं लेकिन, इस साल अभी तक धान फसल में कोई गंभीर बीमारी नहीं दिखाई दी है। सहायक कृषि उपसंचालक जितेंद्र ठाकुर ने बताया कि अभी तक इस साल बारिश खरीफ फसल के अनुकूल रहा है। हाइब्रिड धान की फसल में 70 से लेकर 80 प्रतिशत तक बालियां आ चुकी है।
ग्राम पंचायत खड़सरा के किसानों को वर्ष 2022-23 में चने की फसल की क्षतिपूर्ति राशि आज तक नहीं मिल पाई है। इस संबंध में किसानों ने कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा था। तब एक हफ्ते के भीतर राशि प्रदान करने की जानकारी कलेक्टर कार्यालय से दी गई थी। लेकिन अभी तक राशि नहीं मिली। किसान पुरानीक साहू, योगी साहू, बालाराम साहू, केशव साहू समेत अन्य ने बताया कि 250 एकड़ से अधिक में बीते वर्ष चने की फसल ली गई थी। बेमौसम बारिश व अतिवृष्टि के कारण चने की फसल बर्बाद हो गई थी। आसपास के सभी गांवों में फसल की क्षतिपूर्ति की राशि प्राप्त हो चुकी है। राजस्व निरीक्षक कार्यालय खंडसरा के किसानों को फसल क्षतिपूर्ति की राशि नहीं मिल पाने पर नाराजगी है। केवल ग्राम खंडसरा के किसानों को बीमा कंपनी ने राशि प्रदान नहीं की है। इसके लिए कृषि विभाग व बीमा कंपनी से संपर्क करने के बाद भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
जिले में अब तक 711.3 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई है। अब तक सर्वाधिक बारिश तहसील क्षेत्र देवकर में 816 मिमी व न्यूनतम 570.8 मिमी बारिश नवागढ़ तहसील क्षेत्र में दर्ज की गई है। बेमेतरा तहसील क्षेत्र में 683, नांदघाट तहसील क्षेत्र में 587.3, भिंभौरी तहसील क्षेत्र में 721.3, बेरला तहसील क्षेत्र में 765.9, थानखम्हरिया तहसील क्षेत्र में 756 व साजा तहसील क्षेत्र में 790 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई है।