नई दिल्ली : यूपीआई के जरिये लेनदेन इस साल की पहली छमाही यानी जनवरी-जून अवधि में बढ़कर 83.17 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया। यह एक साल पहले की समान अवधि के 56.59 लाख करोड़ रुपये से 47 फीसदी ज्यादा है। वर्ल्डलाइन की मंगलवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, पहली छमाही में कुल 51.91 अरब यूपीआई लेनदेन हुए, जो सालाना आधार पर 62 फीसदी ज्यादा है।
खास बात है कि सिर्फ अगस्त में यूपीआई के जरिये डिजिटल भुगतान की संख्या कई गुना बढ़कर 10 अरब पहुंच गई। रिपोर्ट के मुताबिक, इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह के रूप में सरकार को जनवरी-जून, 2023 में 303.4 अरब रुपये की कमाई हुई। यह आंकड़ा एक साल पहले की समान अवधि के 242.2 अरब डॉलर से 25.3 फीसदी अधिक है।
क्रेडिट कार्ड से 1.55 अरब लेनदेन
रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल की पहली छमाही में क्रेडिट कार्ड के जरिये 7.94 लाख करोड़ रुपये के 1.550 अरब लेनदेन हुए। डेबिट कार्ड से 3.17 लाख करोड़ रुपये के 1.379 अरब लेनदेन हुए। यूपीआई के जरिये ग्राहकों से दुकानदारों (पी2एम) को किए गए लेनदेन की संख्या बढ़कर 29.15 अरब पहुंच गई, जिसमें 19.18 लाख करोड़ रुपये के लेनदेन हुए। यूपीआई पी2पी (पर्सन2पर्सन) से लेनदेन की संख्या 22.75 अरब पहुंच गई।
औसत लेनदेन 1,774 रुपये
रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी-जून के दौरान यूपीआई के जरिये औसत 1,774 रुपये का लेनदेन हुआ। यूपीआई पी2पी में औसत लेनदेन का आकार 2,812 रुपये और यूपीआई पी2एम में यह 659 रुपये रहा। इससे पता चलता है कि अब लोग कम राशि का लेनदेन भी यूपीआई के जरिये करना पसंद कर रहे हैं।