बस्तर : जिले के दरभा ब्लॉक में स्थित इस गांव को भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा एडवेंचर टूरिज्म श्रेणी में भारत के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांवों में से एक के रूप में चुना गया है. यह पुरस्कार 27 सितंबर 2024 को विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में भारत के उपराष्ट्रपति द्वारा धुडमारास ग्राम सभा के सदस्यों को प्रदान किया जाएगा.
धुडमारास गांव का भारत के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांवों में से एक के रूप में हुआ चयन
यह प्रतिष्ठित पुरस्कार धुडमारास के सामुदायिक वन संसाधन अधिकारों के प्रभावी क्रियान्वयन की यात्रा को रेखांकित करता है. एटीआरईई (ATREE) के समर्थन से गांव ने अपने वन संसाधनों का व्यापक अध्ययन किया और 2006 के वन अधिकार अधिनियम के तहत एक दावा प्रस्तुत किया. जब इन अधिकारों को मान्यता मिली, तो धुडमारास ग्राम सभा ने सतत वन प्रबंधन और ईको-पर्यटन विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए.
प्रारंभिक वित्तीय सहायता वन विभाग से मिली और बाद में ATREE के मार्गदर्शन में गांव ने कांगेरधारा में बांस राफ्टिंग और कयाकिंग जैसी ईको-पर्यटन गतिविधियों की शुरुआत की। इस पहल ने धुडमारास को बस्तर के प्रमुख ईको-पर्यटन स्थलों में से एक बना दिया है. गांव के इन प्रयासों ने न केवल पर्यटन को बढ़ावा दिया बल्कि वन संरक्षण गतिविधियों का समर्थन करने के लिए ग्राम सभा के लिए धन जुटाकर इसके दीर्घकालिक संरक्षण और प्रबंधन में भी योगदान दिया है. आगे की योजनाओं में गांव के ईको-पर्यटन को और समृद्ध करने के लिए एक नाइट बटरफ्लाई ज़ोन की स्थापना भी शामिल है.