Site icon khabriram

धनतेरस आज : त्रिपुष्कर, इंद्र और वैधृति योग मिलकर बनाएंगे त्रिग्रही योग, उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र का संयोग करेगा धन में तेरह गुना वृद्धि

रायपुर। मंगलवार को कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी से दीपोत्सव की शुरुआत हो जाएगी। इस तिथि का समापन बुधवार अर्थात 30 अक्टूबर को दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर होगा। इस बार कई विशेष योग-संयोग में दीपावली मनाई जाएगी। इस दिन त्रिग्रही योग निर्मित हो रहा है। त्रिपुष्कर योग, इंद्र योग और वैधृति योग मिलकर त्रिग्रही योग बना रहे हैं। इसके साथ ही उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र का महासंयोग बन रहा है। शास्त्रों के अनुसार त्रिग्रही योग में खरीदारी करने को बहुत ही शुभ माना जाता है। धन त्रयोदशी पर खरीदारी करने से सालभर तक इसमें तेरह गुने की वृद्धि होती है।

इस बार धनतेरस पर त्रिपुष्कर योग सुबह 6 बजकर 32 मिनट से प्रारंभ होकर अगले दिन यानी 30 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 30 मिनट तक रहेगा। यह खरीदारी का पहला मुहूर्त होगा। धनतेरस पर शुभ खरीदारी का दूसरा मुहूर्त अभिजीत मुहूर्त रहेगा। अभिजीत मुहूर्त बहुत ही शुभ माना जाता है। इस योग में शुभ कार्यों की शुरुआत करन और शुभ खरीदारी करने से धन में वृद्धि और घर म सुख-समृद्धि आती है। 29 अक्तूबर को अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 42 मिनट से दोपहर 12 बजकर 27 मिनट तक रहेगा। धनतेरस पर खरीदारी का तीसरा शुभ मुहूर्त प्रदोष काल का रहेगा। शाम को 6 बजकर 36 मिनट से 8 बजकर 32 मिनट तक रहेगा। इसमें पूजा करना और खरीदारी करना बहुत ही शुभ माना जाता है।

पूजन और यम दीप जलाने का मुहूर्त

■ 30 अक्टूबर को दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर समाप्त होगी धनतेरस तिथि।

■ इस दिन पूजा-अर्चना करने का शुभ मुहूर्त संध्याकाल में 6 बजकर 31 मिनट से लेकर 8 बजकर 13 मिनट तक है।

■ इस दिन सोना, चांदी और वाहन समेत आदि चीजों को खरीदने का शुभ मुहूर्त 29 अक्टूबर को सुबह में 10 बजकर 31 मिनट से लेकर – अगले दिन यानी 30 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 32 मिनट तक है।

■ धनतेरस के दिन घर के बाहर दीपक जलाने का विधान है, जिसे यम का दीपक कहा जाता है। इस दिन दीपक जलाने का मुहूर्त शाम को 5 बजकर 45 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 15 मिनट तक है।

Exit mobile version