देवगुरु बृहस्पति हुए अस्त, इन 3 राशियों अगला एक महीना रहेगा भारी
चैत्र नवरात्रि 22 मार्च, 2023 से शुरू हो चुकी है। आज (बुधवार) अष्टमी है। इस बीच देवगुरु बृहस्पति मंगलवार को स्वराशि मीन में अस्त हो गए हैं। गुरु ग्रह सुबह 9.30 बजे मीन राशि में अस्त हुए। बृहस्पति 22 अप्रैल को मेष राशि में आएंगे और 27 अप्रैल को उनका उदय होगा। देवगुरु के ज्योतिष में सुख, सौभाग्य, यश, वैभव, धन और बुद्धि का कारक ग्रह माना गया है। गुरु जब किसी राशि में अस्त होते हैं, तो मांगलिक कार्य वर्जित हो जाते है। उनकी शुभता का प्रभाव घट जाता है।
मेष राशि
मेष राशि में देवगुरु द्वादश भाव में अस्त हुए हैं। गुरु के अस्त होने से माता-पिता के साथ संबंध बिगड़ सकते हैं। सुख में कमी आ सकती है। बेवजह के खर्चे बढ़ सकते हैं। भाग्य का साथ नहीं मिलेगा। इस अवधि में स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।
सिंह राशि
देव गुरु बृहस्ति राशि के 8वें भाव में अस्त हुए हैं। गुरु ग्रह के अस्त होने से कार्यशैली प्रभावित होगी। पड़ोसी या परिवार में वाद-विवाद हो सकता है। ससुराल पक्ष से भी संबंध बिगड़ सकते हैं। आपके रिश्तों और करियर पर गुरु के अस्त का असर पड़ेगा। छात्रों की एकाग्रता भंग हो सकती है।
कुंभ राशि
देवगुरु कुंभ राशि के दूसरे भाव में अस्त हुए हैं। आपकी कटु वाणी के चलते रिलेशन बिगड़ सकते हैं। आय का साधन प्रभावित होगा। निवेश के लिए समय उचित नहीं है। पैसों के मामले में सावधानी बरतनी जरूरी है। पारिवारिक मामलों में दूसरों का हस्तक्षेप ना होने दें।