डैम टूटने से आधी रात आई बाढ़ : दो घर बहे, तीन की मौत, कई लोग लापता

बलरामपुर : जिले के तातापानी पुलिस चौकी क्षेत्र में स्थित लुतिया डैम आधी रात में टूट गया जिसकी वजह से दो मकान पूरी तरीके से बाढ़ में बह गए, दोनों मकान में लोग सोए हुए थे, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई तो तीन लोग अब भी लापता हैं. घटना के बाद गांव में शोक का माहौल है.
लुतिया डैम टुटने से आई बाढ़
लगातार तेज बारिश होने के कारण लुतिया डेम रात 10 बजे के करीब टूट गया. बताया गया है कि पहाड़ में तीज बारिश होने के कारण पहाड़ की झरने का पानी बांध में आ रहा था और उसके बाद बांध लबालब भर गया और देखते ही देखते पूरा बांध टूट गया लेकिन इस दौरान पहले से यहां पर कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया था और न ही जल संसाधन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे हुए थे। यही वजह है कि यहां पर ऊंचाई में मकान बनाकर रह रहे दो परिवार के लोग गहरी नींद में जब सोए हुए थे तब बांध के पानी की वजह से आने वाले बाढ़ में वे बह गए, घर का नामोनिशान मिट गया।
रात 3 बजे के करीब कलेक्टर राजेंद्र कटारा और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे और उन्होंने रेस्क्यू टीम के माध्यम से दो लोगों की लाश को मौके से बरामद किया. तीन लोगों को गंभीर हालत में इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया. वहीं जब सुबह होने लगी तब एक व्यक्ति का और लाश मिला है, यानी अब तक कुल तीन लोगों का लाश बरामद किया जा चुका है वही बताया जा रहा है कि अभी तीन लोग लापता है और उनकी तलाश एसडीआरएफ की टीम के द्वारा किया जा रहा है.
डैम में रिसाव हो रहा था लेकिन नहीं दिया ध्यान
डैम फूटने से आई बाढ़ में कई मवेशी भी बह गए हैं. दूसरी तरफ स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि लंबे समय से डेम में रिसाव हो रहा था, लेकिन इसके बाद भी जल संसाधन विभाग के अधिकारी इसका मरम्मत नहीं कर रहे थे जबकि इस साल लगातार पिछले दो महीना से अत्यधिक बारिश हो रही है उसके बावजूद जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने यहां पर पहले से कोई अलर्ट जारी नहीं किया था और न ही मुनादी कराया था अगर ऐसा किया गया होता तो लोगों की जान नहीं गई होती.
बताया गया है की डैम का निर्माण पहाड़ी के नीचे किया गया है और इसका निर्माण 50 साल पहले किया गया था लेकिन जल संसाधन विभाग के अधिकारी वास्तविक रूप से इस डैम का मरम्मत नहीं कर रहे थे सिर्फ कागजों में ही हर साल मरम्मत किया जाता था. यही वजह है कि इस साल डेम तेज बारिश के बीच बह गया.