भारत में फिर बढ़ रहे कोरोना के मामले, लेकिन छत्तीसगढ़ अब भी सुरक्षित – जानिए JN.1 वेरिएंट से कितना खतरा

एशिया के कई देशों – जैसे सिंगापुर और हांग-कांग – में कोविड-19 के मामलों में दोबारा तेजी देखी जा रही है। भारत में भी संक्रमण के मामलों में हल्की बढ़त दिख रही है, जिससे लोगों की चिंता बढ़ गई है। 19 मई तक देश में 257 एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं, जिनमें से अकेले मुंबई में 53 नए मरीज सामने आए हैं। विशेषज्ञ इस बढ़ते संक्रमण के लिए ओमिक्रोन के सब-वैरिएंट JN.1 को जिम्मेदार मान रहे हैं।
छत्तीसगढ़ पूरी तरह कोरोना मुक्त
छत्तीसगढ़ के लिए राहत भरी खबर यह है कि राज्य में एक भी नया कोरोना केस सामने नहीं आया है। स्वास्थ्य विभाग की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश के सभी जिले फिलहाल कोविड मरीजों से मुक्त हैं। न कोई नया मामला, न कोई मृत्यु, और न ही कोई को-मॉर्बिडिटी से जुड़ा मामला दर्ज हुआ है। यहां तक कि कोविड टेस्टिंग भी आज नहीं की गई।
डॉक्टर खेमराज सोनवानी ने जानकारी दी कि कोरोना को लेकर जो गाइडलाइंस पहले जारी की गई थीं, वे अब भी प्रभावी हैं। उन्होंने कहा कि भले ही प्रदेश में कोई केस नहीं है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है और राष्ट्रीय स्तर पर हो रहे परिवर्तनों पर नजर रखे हुए है।
विदेश यात्रा करने वालों पर विशेष नजर
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में स्थिति न बिगड़े, इसके लिए विदेश से आने वाले यात्रियों की ट्रैवल हिस्ट्री पर कड़ी निगरानी जरूरी है। थोड़ी सी लापरवाही भी गंभीर स्थिति पैदा कर सकती है।
क्या है JN.1 वेरिएंट?
JN.1 वेरिएंट पहली बार अगस्त 2023 में सामने आया था। यह ओमिक्रॉन फैमिली का ही हिस्सा है और BA.2.68 नामक वेरिएंट से विकसित हुआ है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें तेजी से म्यूटेशन होता है, जिससे यह ज्यादा संक्रामक बन जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, JN.1 वेरिएंट बहुत तेज़ी से फैलता है और खासकर बुजुर्गों व पहले से बीमार लोगों के लिए ज्यादा जोखिम भरा हो सकता है।
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