रायपुर. समग्र शिक्षा द्वारा संचालित व्यावसायिक शिक्षा योजना के ठेका कम्पनी लर्नेट स्किल लिमिटेड ने सरकार के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए व्यावसायिक शिक्षकों को दीपावली में भी वेतन भुगतान नहीं किया. इससे आक्रोशित राज्यभर के व्यवसायिक शिक्षक समग्र शिक्षा कार्यालय पहुंचे और ठेका कंपनी को हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन सौंपा.
व्यावसायिक शिक्षक अभिषेक ताम्रकार, जयंत साहू ने बताया कि साल के सबसे बड़े त्योहार दीपावली पर्व में मजदूरों को भुगतान किया गया, लेकिन हमें दिवाली में भी सैलरी नहीं दी गई. साथ ही इसके पहले 3 महीने से सैलरी नहीं दी गई है. पिछले तीन महीने से सैलरी नहीं मिली है तो हमारा हालात क्या होगा, समझा जा सकता है. दीवाली के पर्व पर हमारे घर वालों और बच्चों को ना मिठाई दिला पाए न उनके लिए कपड़े ख़रीदे न पटाखें, बस दूसरों को देखते हुए त्योहार निकला है.
ज्योति श्रीवास्तव, गोविंद नारायण साहू, गायत्री सलाम ने कहा, विभाग के पास जाते हैं तो विभाग वाले ठेका कंपनी की गलती बताते हैं. ठेका कंपनी के पास जाते हैं तो विभाग ने पैसा नहीं दिया बोलकर हमें भगा दिया जाता है. हमारे दुख दर्द को कोई नहीं समझ रहा है. इतना बड़ा पर्व निकल गया, हाथ खाली थे. आज भी हम अधिकारियों के पास गए थे सिर्फ आश्वासन दिया गया. कोई समाधान नहीं निकला. अधिकारियों का कहना है कि कंपनी के फ़ाइल में गड़बड़ी थी इसलिए उनका भुगतान रोका गया है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
ठेका कंपनी को हटाने की मांग
शिक्षकों ने ठेका कम्पनी लर्नेट स्किल लिमिटेड को हटाने की मांग करते हुए कहा कि ऐसा ही अलग-अलग और आठ कंपनियां है, जो व्यावसायिक शिक्षा का संचालन कर रहे हैं. वे लोग अपने व्यावसायिक शिक्षकों को भुगतान कर चुके हैं तो इनके द्वारा क्यों नहीं किया गया है ?
अनुबंध का उल्लंघन
प्रदेश के सभी जिलों से पहुंचे व्यावसायिक शिक्षकों ने बताया कि समग्र शिक्षा विभाग और ठेका कम्पनियों के बीच अनुबंध हुआ है, जिसमें लिखा है कि तीन महीनों तक का भुगतान कंपनी को करना है, लेकिन अनुबंध का उल्लंघन कंपनी द्वारा बार बार किया जाता है. यह पहली बार नहीं है. हर बार ऐसी समस्या आ रही है, जिससे हम मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं.
मेहरबान क्यों अधिकारी ?
व्यवसायिक शिक्षकों ने अधिकारियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि बार-बार अनुबंध और ठेका कम्पनियों द्वारा ठेंगा दिखाया जाता है. बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होती है तो समझ में नहीं आता कि आख़िरकार अधिकारी इतने मेहरबान क्यों है इन पर, कार्रवाई क्यों नहीं करते ? कार्रवाई नहीं होती इसलिए ठेकेदार मनमानी करते हैं ?
अधिकारी ने कार्रवाई का दिया आश्वासन
समग्र शिक्षा के अधिकारी के. कुमार ने कहा कि इनके फ़ाइल में गड़बड़ियां थी इसलिए इनका भुगतान नहीं किया गया है. व्यावसायिक शिक्षकों के अनुबंध अनुसार ठेका कंपनियों को सैलरी देना होता है. अनुबंध का उल्लंघन कर रहे हैं तो कार्रवाई की जाएगी. प्रस्तुत फ़ाइल की जांच की जा रही है.