दुर्ग : जिले में अराजक तत्वों ने दंगा भड़काने की नाकाम कोशिश की। उन्होंने सतनामी समाज के मंदिर पर समुदाय विशेष का झंडा लगा दिया। सुबह इसकी जानकारी लोगों को हुई तो आक्रोशित हो गए। इससे पहले कि माहौल बिगड़ता पुलिस ने संभाल लिया। सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में तीन नाबालिग शामिल हैं। आरोपियों का कहना है कि सामाजिक सौहाद्र खराब करने की नियत दंगा फैलाना चाहते थे।मामला मोहन नगर थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, कातुलबोर्ड स्थित गुरु घासीदास मंदिर पर 13 जुलाई की रात करीब एक से 1.30 बजे के बीच कुछ लोगों ने समुदाय विशेष का झंडा लगा दिया। सुबह सतनामी समाज के लोग मंदिर पहुंचे तो झंडा देखकर भड़क गए। सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंच गई और मंदिर से झंडा उतारा गया। इसके बाद रमेश कोसरे की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू हुई तो सीसीटीवी फुटेज में तीन लोग मंदिर पर चढ़ते और उतरते दिखाई दिए। उसके आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू की गई।
पुलिस ने कातुलबोर्ड के रहने वाले रवि जांगड़े को पकड़ लिया। पूछताछ में उसने अपने साथियों के साथ घटना करने की बात स्वीकार कर ली। इस पर पुलिस ने उसके साथियों नागेश यादव और राजा निर्मलकर सहित तीन नाबालिग साथियों को भी पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि दंगा-फसाद कराने की नीयत से उन्होंने समुदाय विशेष का झंडा मंदिर पर लगाया था। इसमें नाबालिगों ने भी उसकी मदद की। पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त रवि जांगड़े की बाइक भी बरामद कर ली है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी रवि जांगड़े खुद सतनामी समाज से जुड़ा हुआ है। उसी ने अपने साथियों के साथ मिलकर साजिश रची थी। वह दो समुदायों के बीच आपसी रंजिश को लेकर दंगा फैलाना चाहता था। फिलहाल पुलिस ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है।