भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को हुई बैठक में घमासान की खबर बाहर आने के बाद पूर्व मंत्री पीपी शर्मा ने कहा कि बड़े नेताओं के विरोध के बाद प्रवक्ताओं की लिस्ट रोकी गई है। बड़े नेताओं को जानकारी देकर फैसले लिए जाएंगे तो पार्टी के लिए बेहतर होगा। उन्होंने बीजेपी में गए नेताओं को कांग्रेस में वापस लेने का विरोध किया है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि जो नेता बीजेपी में गए हैं कांग्रेस के उनके जितने समर्थक पार्टी में मौजूद है उन्हें भी बाहर किया जाना चाहिए।
बता दें कि कल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कांग्रेस पॉलिटिकल अफेयर कमेटी की बैठक हुई थी। बैठक में कमलनाथ ने नई नियुक्ति को लेकर भारी नाराजगी जताई थी। प्रवक्ताओं और पदाधिकारियों की नियुक्ति को लेकर बैठक में कमलनाथ ने कहा था मुझे गलत बोलने वालों को प्रवक्ता बना दिया। इसी तरह कांग्रेस की बैठक और कार्यक्रमों की जानकारी नहीं मिलती है। कमलनाथ की बातों का दिग्विजय सिंह ने भी समर्थन किया था। बीजेपी में गए नेताओं को वापस लेने बैठक में चर्चा हुई। बैठक में बीजेपी में गए नेताओं को वापस लिया जाए या नहीं इसका प्रस्ताव रखा गया था। हालांकि कांग्रेस में वापस लेने को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ। कई नेताओं ने विरोध जताया तो कुछ नेताओं ने कहा जो नेता पार्टी छोड़कर गए उनका विकल्प तैयार किया जाए। 10 जनवरी को भोपाल में पॉलिटिकल नेटवर्क समिति की बैठक फिर बुलाई गई है।