जेसी मिल मामले में सीएम मोहन यादव ने की बैठक, बोले- इंदौर, उज्जैन की मिलों की तरह सुलझाएंगे मामला
भोपाल : मंगलवार यानी 21 जनवरी को सीएम मोहन यादव ग्वालियर दौरे पर थे. यहां वे एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए थे. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि इंदौर और उज्जैन के बाद ग्वालियर की जे. सी. मिल का निराकरण करना है.
सीएम ने कहा कि हमारी सरकार किसी भी औद्योगिक, श्रमिक, गरीब परिवार की मदद करने के लिए तत्पर है. इस नाते से हम 25 से 30 साल पुराने मामलों में जमीनों का निराकरण कर रहे हैं. बंद हो चुकी इंडस्ट्रीज और उनकी जमीनों के मामलों को सुलझा रहे हैं. जे. सी. मिल के मामले में दो बार की बैठक हो चुकी है, दो बार और होनी बाकी है.
उन्होंने आगे कहा कि इंदौर, उज्जैन के बाद ग्वालियर की जे. सी. मिल का निराकरण करना है. जल्द से जल्द मिल के मजदूरों को उनका पैसा मिल सकेगा. प्रदेश में औद्योगीकरण का माहौल बना हुआ है. ऐसे प्रयासों से और ताकत मिलेगी.
सीएम ने कांग्रेस पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी, सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे बड़े-बड़े नेता कैंसर बता रहे हैं. लेकिन कैंसर किसको है. ये समझ में नहीं आ रहा है. इनके नेताओं को है या किसी और को. मैं उम्मीद करता हूं, कांग्रेस को अपना स्पष्टीकरण देना चाहिए. लेकिन एक बात है, कांग्रेस में अपनी बात कहने का एक नया रिवाज शुरू हो गया है.
8 हजार के ज्यादा मजदूरों को मिलेगी देनदारियां
सीएम ने सोशल मीडिया साइट एक्स (X) पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ग्वालियर में जेसी मिल के 8 हजार श्रमिक भाई-बहनों की देनदारियों के संबंध में संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. मध्य प्रदेश सरकार श्रमिकों के हितों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है. इंदौर की हुकुमचंद मिल एवं उज्जैन की विनोद मिल की तरह अन्य सभी मिलों के श्रमिक बंधुओं की देनदारियों के भुगतान के लिए हम प्रतिबद्ध हैं. बैठक में कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कैबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट ने भी बैठक में भाग लिया.