रायपुर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल हो गई. लोकसभा सचिवालय की ओर से इसे लेकर अधिसूचना भी जारी कर दी गई. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को मोदी सरनेम मानहानि केस में राहुल गांधी को मिली दो साल की सजा और दोषसिद्धि को रद्द कर दिया था. इसी के साथ उनके संसद में वापसी का रास्ता साफ हो गया था. ऐसे में कांग्रेस के तमाम बड़े नेता इसे कांग्रेस की जीत बता रहें हैं. इस बीच छत्तीसगढ़ की सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने कहा कि, नफरत के खिलाफ मोहब्बत की जीत हुई है.
दरअसल, सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा कि, ‘ऐसी दिखती है नफरत के खिलाफ मोहब्बत की जीत, अन्याय के खिलाफ न्याय की जीत, असत्य के खिलाफ सत्य की जीत, तानाशाही के खिलाफ लोकतंत्र की जीत और षड्यंत्रों के खिलाफ I.N.D.I.A की जीत हुई है. राहुल गांधी जी के माध्यम से संसद में सड़क की आवाज फिर गूंजेगी. समस्त देशवासियों को बधाई.’
ऐसी दिखती है..
नफरत के खिलाफ मोहब्बत की जीत
अन्याय के खिलाफ न्याय की जीत
असत्य के खिलाफ सत्य की जीत
तानाशाही के खिलाफ लोकतंत्र की जीत
षड्यंत्रों के खिलाफ I.N.D.I.A🇮🇳 की जीतश्री @RahulGandhi जी के माध्यम से संसद में सड़क की आवाज फिर गूंजेगी. समस्त देशवासियों को बधाई.… pic.twitter.com/IOW1N6jauj
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) August 7, 2023
राहुल ने 2019 में दिया था बयान
राहुल गांधी ने कर्नाटक के कोलार में 13 अप्रैल 2019 को चुनावी रैली में कहा था कि, ‘नीरव मोदी, ललित मोदी, नरेंद्र मोदी का सरनेम कॉमन क्यों है? सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है?’ राहुल के इस बयान को लेकर बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने उनके खिलाफ धारा 499, 500 के तहत आपराधिक मानहानि का केस दर्ज कराया था. अपनी शिकायत में बीजेपी विधायक ने आरोप लगाया था कि राहुल ने 2019 में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पूरे मोदी समुदाय को कथित रूप से यह कहकर बदनाम किया कि सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है?