क्यूबा के साथ चीन की सीक्रेट डील, 2019 से कर रहा अमेरिका की जासूसी? रिपोर्ट में किए गए दावे

वाशिंगटन : क्या नाक के नीचे से अमेरिका की जासूसी कर रहा है चीन? ऐसा सवाल इसलिए क्योंकि  बाईदेन प्रशासन के एक अधिकारी ने 10 जून को दावा किया है कि चीन, क्यूबा में एक जासूसी अड्डे को ऑपरेट कर रहा है और 2019 में उसने अपने खुफिया अड्डों को अपग्रेड किया था।

इस रिपोर्ट में किया गया दावा

8 जून को वॉल स्ट्रीट जर्नल द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन ने फ्लोरिडा से लगभग 160 किमी दूर द्वीप पर एक इलेक्टानिक इव्सद्रोपिंग फैसिलिटी स्थापित करने के लिए क्यूबा के साथ एक सीक्रेट डील पर हस्ताक्षर किए हैं।

चीन बना रहा यह योजना?

इस रिपोर्ट पर अमेरिका और क्यूबा की सरकारों ने संदेह जताया है। नाम न छापने के शर्त पर बाइडेन प्रशासन के अधिकारी ने बताया कि अमेरिकी खुफिया समुदाय क्यूबा से चीन की जासूसी के बारे में जानता रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने बातचीत के हिस्से के रूप में क्यूबा को अरबों डॉलर का नकद भुगतान करने की योजना बनाई है।

क्यूबा ने रिपोर्ट का किया खंडन

व्हाइट हाउस ने इस रिपोर्ट को गलत बताया है। वाइट होउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने एमएसएनबीसी साक्षात्कार में गुरुवार को कहा कि मैंने वह प्रेस रिपोर्ट देखी है, यह सटीक नहीं है। वहीं, क्यूबा के उप विदेश मंत्री कार्लोस फर्नांडीज डी कोसियो ने भी शनिवार को एक ट्विटर पोस्ट में रिपोर्ट का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि क्यूबा लैटिन अमेरिका और कैरेबियन में किसी भी तरह की विदेशी सैन्य उपस्थिति को खारिज करता है। बाइडेन के पूरे कार्यकाल के दौरान अमेरिका और चीन के बीच तनाव चरम पर रहा है।

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