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चीन ने किया मिड-कोर्स मिसाइल इंटरसेप्शन टेस्ट, चीनी रक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी

बीजिंग : चीन ने शुक्रवार को एक मिसाइल के सफल परीक्षण को अंजाम दिया है। बता दें कि चीन ने एक (ground-based mid-course missile interception test) सफल जमीन-आधारित मिड-कोर्स मिसाइल अवरोधन परीक्षण किया है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि ये अभियान शुक्रवार देर रात चीनी क्षेत्र के अंदर चलाया गया और अपने उद्देश्य को (the desired test objective) हासिल किया गया।

मंत्रालय ने इस परीक्षण को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं दी। उन्होंने कहा कि ये परीक्षण रक्षात्मक प्रकृति (defensive in nature) का था और किसी देश के खिलाफ नहीं था।

ऐसी प्रणालियाँ, जिनमें जमीन पर आधारित इंटरसेप्टर मिसाइलें, राडार और अग्नि नियंत्रण प्रणालियों की एक विशाल श्रृंखला शामिल है, का उद्देश्य परमाणु या अन्य हथियार ले जाने वाले ICBM सहित बैलिस्टिक मिसाइलों को नीचे लाना है, जबकि वे अपने लक्ष्य के रास्ते में अंतरिक्ष के बीच में उड़ रहे हैं।

अमेरिका द्वारा ग्राउंड-बेस्ड मिड-कोर्स डिफेंस, या GMD के रूप में संदर्भित, ऐसी प्रणालियाँ निर्माण, परीक्षण और रखरखाव के लिए बेहद जटिल और महंगी हैं।

इससे पहले रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर घोषणा की थी कि उसने 4 फरवरी, 2021 को ऐसा ही एक परीक्षण किया था, जिसके बारे में उसने कहा था कि वह अपने लक्ष्यों को पूरा कर चुका है। वहीं, एक और चीनी परीक्षण कथित तौर पर 2018 में हुआ था।

इस तरह के “काइनेटिक-किल” इंटरसेप्टर का उपयोग उपग्रह-रोधी हथियारों के रूप में भी किया जा सकता है और चीन ने 2007 की शुरुआत में एक निष्क्रिय चीनी मौसम अवलोकन उपग्रह को नष्ट करने के लिए ऐसी मिसाइल का इस्तेमाल करने पर काफी आलोचना की थी।

चीन का सैन्य-संचालित अंतरिक्ष कार्यक्रम (China’s military-run space program) और मिसाइल विकास प्रयास जुड़े हुए हैं और ऐसा माना जाता है कि उसने मिसाइल परीक्षण करने के लिए उपग्रह प्रक्षेपण केंद्रों का उपयोग किया है।

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