रायपुर : सीएम भूपेश बघेल ने बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने निशाना साधाते हुए कहा कि बीजेपी केवल ईडी के भरोसे विधानसभा चुनाव लड़ना चाह रही थी, लेकिन जब वह कामयाब नहीं हो सकी तो फिर एक बार पुराने पन्ने पलटने लगी है। वह धर्मांतरण को लेकर सांप्रदायिकता को मुद्दा बना रही है।
उन्होंने कहा कि सवाल इस बात का है कि 2006 में रमन सिंह की सरकार ने धर्मांतरण पर कानून लाया, वह आज तक लागू क्यों नहीं कर पाए। साल 2006 से ले लेकर 2018 तक राज्य में उनकी सरकार रही। केंद्र में भी उनकी सरकार थी, फिर लागू क्यों नहीं कर सके। दूसरी बात ये है कि मैं बार-बार कहता रहा हूं, उनके शासन में बहुत ज्यादा चर्च बने। धर्मांतरण उनके समय में ज्यादा हुआ है और हमारे समय में जो भी शिकायत मिली, उस पर कार्रवाई हुई। अभी चुनाव करीब है इसीलिए धर्मांतरण का मुद्दा दिख रहा है। इसके अलावा और कोई मुद्दा नहीं है। ना किसान उनके साथ, ना आदिवासी, ना मजदूर और ना ही व्यापारिक वर्ग उनके साथ हैं।
‘ड्रामेबाज हैं भाजपाई’
केन्द्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर के विपक्षी दलों के पटना में हुई बैठक को ड्रामेबाजी करार देने पर सीएम भूपेश ने पलटवार करते हुए कहा कि सभी दलों के अपना अस्तित्व है। अलग-अलग समय में अलग-अलग निर्णय होते हैं। अनुराग ठाकुर बताएं कि जिनके साथ बैठक हुई, उनमें से बहुत सारे दलों के साथ खुद बीजेपी का गठबंधन था। उनके साथ सरकार बनाए तब ये क्या थे। उन्होंने कहा कि सबसे बड़े ड्रामेबाज तो बीजेपी के लोग हैं।
‘बीजेपी को झूठ बोलने की आदत’
कर्ज लेकर सरकार चलाने के बीजेपी के बयान पर सीएम ने कहा कि उनको झूठ बोलने की आदत हो गई है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार और भारत सरकार की वित्तीय स्थिति का आकलन कर लीजिए। इसके अलावा मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश की वित्तीय व्यवस्था देख लीजिए। हम अप्रैल से जून तक हम लोग लोन नहीं लिए हैं, लेकिन हमारे पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश ने दो बार लोन लिया है। वे किस मुंह से व्यवस्था की बात कर रहे हैं। हमारे हिस्से का पैसा भारत सरकार नहीं दे रही है।
‘..तब सरकार बनाने में अच्छा लग रहा था, अब परेशानी’
अमित शाह की ओर से जम्मू में दिए गए बयान पर सीएम बघेल ने कहा कि अभी जो घटनाएं घट रही है, उसका हिसाब कौन देगा। उस राज्य के लोगों से बिना पूछे उस राज्य को तोड़ दिए, यह तो आपकी तानाशाही हुई। गृह मंत्री की ओर से हत्या के आरोप 3 परिवार पर लगाए जाने पर कहा कि उनके साथ सरकार बनाने में अच्छा लग रहा था, तब उनसे परहेज नहीं था, आज उनके साथ नहीं हैं, तो उन्हें परेशानी हो रही है।
‘शांति से जीवन जी रहे आदिवासी’
बस्तर में बीजेपी के टारगेट किलिंग के आरोप पर सीएम भूपेश ने कहा कि बस्तर में 5 साल पहले क्या स्थिति थी और आज क्या स्थिति है। बस्तर के लोग दहशत में जी रहे थे, सरकार आदिवासियों पर फर्जी केस बनाती थी। फर्जी एनकाउंटर करते थे। कोई ऐसा वर्ग नहीं, जिसे प्रताड़ित ना किया गया हो। आज आदिवासी शांति से जीवनयापन कर रहे हैं। विकास के कार्य अंतिम छोर तक पहुंच रहे हैं। शिक्षा का प्रकाश अंतिम छोर तक पहुंच रहा है|